म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 2025: अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने हिंद-प्रशांत और उत्तर कोरिया पर सुरक्षा सहयोग पर जोर दिया
“म्यूनिख, 16 फरवरी 2025: म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 2025 के दौरान अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के शीर्ष अधिकारियों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और उत्तर कोरिया की बढ़ती परमाणु गतिविधियों पर चर्चा की। तीनों देशों ने क्षेत्रीय स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए अपने सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।“
हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा पर चर्चा
अमेरिकी विदेश विभाग के एक संयुक्त बयान के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, जापान के विदेश मंत्री इवाया ताकेशी और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ताए-युल ने इस बैठक में भाग लिया।
उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और समृद्धि को बनाए रखने की अपनी साझा प्रतिबद्धता को दोहराया और इस क्षेत्र में स्थिरता और स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया।
उत्तर कोरिया के परमाणु और साइबर खतरे पर चिंता
तीनों नेताओं ने उत्तर कोरिया (डीपीआरके) के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों और दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधियों को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस खतरे से निपटने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों (यूएनएससीआर) के तहत उत्तर कोरिया के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
अंतरराष्ट्रीय कानून के पालन पर जोर
- नेताओं ने दक्षिण चीन सागर सहित हिंद-प्रशांत क्षेत्र में किसी भी देश द्वारा बल प्रयोग या दबाव के माध्यम से यथास्थिति बदलने के किसी भी प्रयास का विरोध किया।
- उन्होंने स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुपालन को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
चीन की बढ़ती मुखरता पर नजर
- उत्तर चीन सागर में चीन और जापान के बीच सेनकाकू द्वीप समूह को लेकर क्षेत्रीय विवाद चल रहा है।
- अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधियों से निपटने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आपसी सहयोग बढ़ा रहे हैं।
- तीनों देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सामरिक संतुलन बनाए रखने और शांति सुनिश्चित करने के लिए अपने सुरक्षा ढांचे को और मजबूत कर रहे हैं।
क्षेत्रीय स्थिरता के लिए आगे की रणनीति
इस बैठक के दौरान, तीनों देशों ने यह स्पष्ट किया कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए वे संयुक्त रूप से काम करेंगे।
- व्यापक रक्षा और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा।
- आर्थिक और सैन्य सहयोग को बढ़ाया जाएगा।
- उत्तर कोरिया की परमाणु गतिविधियों और साइबर खतरों से निपटने के लिए संयुक्त प्रयास जारी रहेंगे।
म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 2025 में अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे पर गहरी चिंता व्यक्त की। इन तीनों देशों ने इस क्षेत्र में स्थिरता, शांति और अंतरराष्ट्रीय कानून के पालन को सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक सहयोग पर जोर दिया। आने वाले समय में इनका सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग और मजबूत हो सकता है, जिससे क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।