कनाडा में भारतीयों पर बड़ा संकट: पीएम ट्रूडो ने किया विदेशी कामगारों को घटाने का ऐलान, समझें खतरा
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसमें उन्होंने विदेशी कामगारों की संख्या घटाने की योजना का ऐलान किया है। यह कदम विशेष रूप से भारतीय प्रवासियों के लिए चिंता का विषय बन गया है, जो कनाडा की अर्थव्यवस्था और समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
प्रधानमंत्री ट्रूडो ने कहा है कि कनाडा में श्रम बाजार में स्थायी समाधान के लिए विदेशी कामगारों की संख्या को नियंत्रित करना आवश्यक है। उन्होंने संकेत दिया है कि सरकार विदेशी श्रमिकों पर निर्भरता कम करने की दिशा में कदम उठाएगी, जिससे कई भारतीय नागरिकों की नौकरी पर खतरा मंडरा सकता है।
कनाडा में बड़ी संख्या में भारतीय कामगार हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जैसे तकनीकी, स्वास्थ्य, और निर्माण। अगर विदेशी कामगारों की संख्या में कटौती की जाती है, तो इससे भारतीय प्रवासियों को रोजगार के अवसरों में कमी का सामना करना पड़ सकता है।
कनाडा में प्रवासी भारतीयों की संख्या तेजी से बढ़ी है, और वे देश की विविधता और समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हाल ही में भारत और कनाडा के बीच तनाव के बीच यह घोषणा और भी चिंताजनक है।
इस घोषणा के बाद, प्रवासी भारतीयों और अन्य प्रवासियों ने चिंता व्यक्त की है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय कनाडा की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि विदेशी श्रमिक कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में योगदान देते हैं।