दरोगा ने एंबुलेंस चलाकर बचाई गर्भवती महिला की जान, बाइक सवारों ने ड्राइवर को किया लहूलुहान
उत्तर प्रदेश के एक गांव में दिल को छू लेने वाली घटना हुई, जहां एक दरोगा ने इंसानियत की मिसाल कायम की। मामला तब का है जब एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस बुलाई गई थी। लेकिन रास्ते में ही कुछ बाइक सवार बदमाशों ने एंबुलेंस के ड्राइवर पर हमला कर दिया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। एंबुलेंस रुक जाने से गर्भवती महिला की जान खतरे में पड़ गई। इस नाजुक परिस्थिति में मौके पर मौजूद एक दरोगा ने एंबुलेंस की कमान संभालते हुए महिला को समय पर अस्पताल पहुँचाया और उसकी जान बचाई।
1. एंबुलेंस पर हमला और ड्राइवर की हालत
एंबुलेंस अस्पताल की ओर जा रही थी, तभी रास्ते में कुछ बाइक सवारों ने एंबुलेंस को रोका। इन बदमाशों ने बिना किसी कारण ड्राइवर पर हमला कर दिया और उसे लहूलुहान कर दिया। हमले के बाद ड्राइवर की हालत इतनी गंभीर हो गई कि वह वाहन चलाने की स्थिति में नहीं रहा।
2. दरोगा की त्वरित कार्रवाई
मौके पर मौजूद दरोगा ने हालात को भांपते हुए त्वरित फैसला लिया। बिना देरी किए, दरोगा ने खुद एंबुलेंस की ड्राइविंग सीट पर बैठकर महिला को अस्पताल पहुँचाने का बीड़ा उठाया। उन्होंने न सिर्फ एंबुलेंस को तेजी से चलाया, बल्कि पूरे रास्ते महिला और उसके परिजनों का हौसला भी बनाए रखा। उनकी इस त्वरित कार्रवाई के चलते गर्भवती महिला को समय पर चिकित्सा मिल सकी और उसकी जान बचाई जा सकी।
3. मानवीयता की मिसाल
इस घटना ने एक बार फिर से दिखा दिया कि पुलिस केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने का कार्य नहीं करती, बल्कि मानवीयता का भी निर्वहन करती है। दरोगा की इस नेक पहल ने स्थानीय लोगों के दिलों में उनके प्रति सम्मान बढ़ा दिया है। उनकी इस बहादुरी और मानवता को देखते हुए लोगों ने उनकी सराहना की और उन्हें असली हीरो बताया।
4. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की
इस घटना के बाद पुलिस ने ड्राइवर पर हमला करने वाले अज्ञात बाइक सवारों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और दोषियों को जल्द पकड़ने के प्रयास में हैं। पुलिस का कहना है कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो।