दौसा में मम्प्स वायरस का प्रकोप, स्वास्थ्य विभाग ने दी चेतावनी
राजस्थान के दौसा जिले में मम्प्स वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिससे लोगों में चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए लोगों को इसके लक्षण और बचाव के उपायों के प्रति जागरूक किया है।
क्या है मम्प्स वायरस?
मम्प्स एक संक्रामक रोग है, जिसे आमतौर पर ‘गलसुआ’ कहा जाता है। यह बीमारी पैरामाइक्सोवायरस के कारण होती है और मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित करती है। हालांकि, यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है।
मम्प्स के लक्षण
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मम्प्स के मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- गाल और जबड़े में सूजन।
- बुखार और थकान।
- चबाने या निगलने में दर्द।
- सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द।
- भूख कम लगना।
कैसे फैलता है मम्प्स?
मम्प्स वायरस खांसने, छींकने या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। यह खासतौर पर स्कूलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में तेजी से फैल सकता है।
बचाव के उपाय
स्वास्थ्य विभाग ने मम्प्स से बचाव के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
- व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें।
- हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोएं।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
- एमएमआर (मम्प्स, खसरा और रूबेला) वैक्सीन लगवाएं।
प्रशासन की कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग ने मम्प्स के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता अभियान शुरू किया है। स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
निष्कर्ष
मम्प्स वायरस का प्रकोप एक गंभीर समस्या है, लेकिन समय पर सावधानी और उचित बचाव से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग की सलाह का पालन करें और किसी भी संदेहजनक लक्षण के मामले में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जागरूकता और सतर्कता ही इस बीमारी से बचाव का सबसे बड़ा हथियार है।