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न मोसाद न कमांडो: 9 महीने पहले IDF में आए सैनिक ने हमास चीफ को मार गिराया, इजरायल ने याह्या सिनवार को ऐसे पहचाना

  • इजरायली सुरक्षा बलों (IDF) ने हाल ही में हमास के प्रमुख याह्या सिनवार को मार गिराने में सफलता हासिल की है।
  • यह खास बात है कि इस अभियान को अंजाम देने वाले सैनिक ने मात्र 9 महीने पहले IDF में भर्ती हुई थी, जो इस उपलब्धि को और भी खास बनाता है।
  • इजरायल ने सिनवार को पहचानने और उसे निशाना बनाने के लिए विशेष तकनीकी साधनों का इस्तेमाल किया।

हमास चीफ की पहचान:

IDF ने सिनवार की पहचान के लिए अत्याधुनिक तकनीक और इंटेलिजेंस डेटा का सहारा लिया। इजरायली खुफिया एजेंसी ने सैटेलाइट इमेजिंग, ड्रोन सर्विलांस, और स्थानीय मुखबिरों से मिली जानकारी का संयोजन किया।

सिनवार की हर गतिविधि पर नज़र रखने के लिए इजरायल ने अपने खुफिया नेटवर्क को सक्रिय किया, जिससे उनकी गतिविधियों और ठिकानों का सही समय पर पता लगाया जा सका। इस जानकारी के आधार पर, IDF ने एक सटीक रणनीति बनाई, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऑपरेशन सफल हो।

ऑपरेशन की योजना:

IDF ने एक सटीक ऑपरेशन की योजना बनाई, जिसमें कई जवानों की टीम शामिल थी। यह टीम हमास के ठिकाने पर तैनात की गई थी, और उनके पास नवीनतम हथियार और तकनीक उपलब्ध थी। इस ऑपरेशन के दौरान, जवानों ने सिनवार को घेरने और उसे निशाना बनाने में सफलता प्राप्त की।

जवान की भूमिका:

जिस जवान ने सिनवार को मारा, उसकी पहचान और पृष्ठभूमि ने इसे एक खास उपलब्धि बना दिया है। 9 महीने पहले ही IDF में भर्ती होने वाला यह जवान अपने अद्वितीय कौशल और साहस के लिए चर्चा का विषय बन गया है। इस जवान ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए साबित कर दिया कि वह एक वास्तविक योद्धा है।

इजरायल की प्रतिक्रिया:

इजरायल सरकार और रक्षा मंत्री ने इस ऑपरेशन को एक बड़ी सफलता माना है। इजरायली अधिकारियों ने इस ऑपरेशन की सराहना की है, और इसे आतंकवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “याह्या सिनवार की हत्या ने साबित कर दिया है कि हम अपने दुश्मनों को कभी भी नहीं बख्शेंगे। इजरायल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगा।”

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