पाकिस्तान में मालदीव के राजदूत ने तालिबानी दूत से की मुलाकात, मुइजू सरकार आगबबूला, उठाया कड़ा कदम
पाकिस्तान में मालदीव के राजदूत द्वारा तालिबानी दूत के साथ की गई मुलाकात ने मुइजू सरकार को भड़का दिया है। इस मुलाकात के बाद मालदीव सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए मालदीव के राजदूत को तत्काल वापस बुलाने का निर्णय लिया है। यह घटना भारत और अन्य देशों में चिंता का विषय बन गई है, जहां तालिबान की गतिविधियों और उसके प्रभाव को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
मुलाकात का विवरण
मालदीव के राजदूत की तालिबानी दूत से मुलाकात हाल ही में पाकिस्तान के इस्लामाबाद में हुई। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब दुनिया तालिबान के कार्यों और उनके शासन के तरीकों को लेकर गहरी चिंता में है। तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद से कई विवादास्पद निर्णय लिए हैं, जो मानवाधिकारों और महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करते हैं।
मुइजू सरकार की प्रतिक्रिया
मुइजू सरकार, जो कि मालदीव में सत्तारूढ़ है, ने इस मुलाकात को अत्यंत गंभीरता से लिया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की मुलाकातें मालदीव की नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के खिलाफ हैं। मालदीव के विदेश मंत्रालय ने राजदूत की मुलाकात को नकारात्मक रूप से देखा और तुरंत उन्हें वापस बुलाने का फैसला किया।
अंतरराष्ट्रीय चिंताएँ
मालदीव के राजदूत की इस मुलाकात के बाद कई देशों ने अपनी चिंता जताई है। भारत, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने इस कदम को तालिबान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की कोशिश के रूप में देखा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय तालिबान के शासन के तहत मानवाधिकारों की स्थिति को लेकर चिंतित है और ऐसे में किसी भी देश का तालिबान के साथ संबंध बढ़ाना संभावित रूप से विवादास्पद हो सकता है।