Latest NewsNewsPolitics

प्रधानमंत्री: सहकार से समृद्धि का लक्ष्य, सहकारी संस्थाओं को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाना

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारी संस्थाओं की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि “सहकार से समृद्धि” का दृष्टिकोण सहकारी क्षेत्र को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाने के लिए अहम है। उन्होंने सहकारी संस्थाओं को ग्रामीण और आर्थिक विकास का आधार बताते हुए इनके सशक्तिकरण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।”

सहकारिता का महत्व
प्रधानमंत्री ने कहा कि सहकारी संस्थाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। ये संस्थाएं किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों को आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करती हैं। सहकारिता का मॉडल सामूहिक प्रयासों और साझेदारी पर आधारित है, जो न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक प्रगति का माध्यम भी है।

सरकार की योजनाएं
सरकार सहकारी संस्थाओं को आधुनिक बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इनमें डिजिटलाइजेशन, वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सहकारी बैंकों और समितियों को नई तकनीकों और संसाधनों से लैस कर रही है, जिससे ये संस्थाएं ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकें।

किसानों और छोटे उद्यमियों को लाभ
प्रधानमंत्री ने सहकारी संस्थाओं को किसानों और छोटे उद्यमियों के लिए एक मजबूत सहायता प्रणाली बताया। उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से कृषि उत्पादों का भंडारण, विपणन और वितरण बेहतर तरीके से हो सकता है। इसके साथ ही, छोटे व्यापारियों को सस्ती दरों पर वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जा सकती है।

सहकार से आत्मनिर्भरता तक
प्रधानमंत्री ने कहा कि “सहकार से समृद्धि” केवल एक नारा नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बनाने का एक ठोस दृष्टिकोण है। सहकारी संस्थाएं न केवल आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगी, बल्कि समाज में एकजुटता और समानता की भावना को भी मजबूत करेंगी।

निष्कर्ष
प्रधानमंत्री के इस दृष्टिकोण से सहकारी क्षेत्र को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। सहकारिता के माध्यम से न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाया जा सकता है, बल्कि पूरे देश में आत्मनिर्भरता और समृद्धि का लक्ष्य भी प्राप्त किया जा सकता है। सहकारी संस्थाओं को मजबूत बनाना देश के सामाजिक और आर्थिक विकास की नींव को और अधिक मजबूत करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *