भारत विश्व शांति के माध्यम से वैश्विक शक्ति बनने का इच्छुक: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
“उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत का लक्ष्य विश्व शांति को प्रोत्साहन देकर एक मजबूत वैश्विक शक्ति बनना है। उन्होंने यह बात एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में संबोधित करते हुए कही, जहां उन्होंने भारत की नीति और दृष्टिकोण पर विस्तार से चर्चा की।”
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत हमेशा से अहिंसा और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धांतों का पालन करता आया है। उन्होंने महात्मा गांधी के विचारों और भारत की सांस्कृतिक परंपराओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह देश विश्व में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
धनखड़ ने भारत की विदेश नीति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत अपनी कूटनीतिक नीतियों के जरिए विश्व को जोड़ने और समृद्धि को साझा करने के प्रयास कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने वैश्विक मंचों पर पर्यावरण संरक्षण, सतत विकास, और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई जैसे मुद्दों पर महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत का विकास मॉडल केवल आर्थिक प्रगति पर आधारित नहीं है, बल्कि यह मानवता की सेवा और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता देता है। भारत का लक्ष्य है कि वह अपने विकास के साथ-साथ विश्व में स्थिरता और शांति का मार्ग प्रशस्त करे।
उपराष्ट्रपति ने युवाओं से अपील की कि वे इस दिशा में अपना योगदान दें और भारत को एक वैश्विक नेतृत्व के रूप में स्थापित करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं। उनका यह वक्तव्य भारत की विश्व मंच पर बढ़ती भूमिका और शांति के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।