मौलाना नोमानी ने MVA को दिया समर्थन तो भड़की VHP, राहुल गांधी और नवाब मलिक पर भी किया तीखा हमला
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को समर्थन देने के बयान पर मौलाना अरशद मदनी का विरोध शुरू हो गया है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने मदनी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए इसे धार्मिक राजनीति को बढ़ावा देने वाला बताया है। वीएचपी ने आरोप लगाया कि मदनी जैसे धार्मिक नेताओं का एमवीए जैसे गठबंधन का समर्थन करना समाज में कट्टरता और साम्प्रदायिकता को बढ़ावा देता है।
वीएचपी ने न केवल मदनी पर निशाना साधा, बल्कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और एनसीपी नेता नवाब मलिक पर भी तीखे आरोप लगाए। वीएचपी का कहना है कि एमवीए गठबंधन ऐसे नेताओं का मंच है जो देश में विभाजनकारी राजनीति को आगे बढ़ाते हैं। वीएचपी के प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी अक्सर हिंदू विरोधी बयान देते हैं, और नवाब मलिक पर भी ऐसे आरोप हैं कि वे राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का समर्थन करते हैं।
राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए वीएचपी ने कहा कि वे हिंदू संस्कृति और परंपराओं के खिलाफ बयानबाजी करते हैं, जो देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है। वहीं, नवाब मलिक के खिलाफ वीएचपी ने कहा कि उन पर गंभीर आरोप हैं और वे एमवीए का समर्थन कर रहे हैं, जो सांप्रदायिक राजनीति का सहारा लेकर सत्ता में बने रहना चाहता है। वीएचपी ने मौलाना मदनी के बयान को भी उसी कड़ी में जोड़ते हुए कहा कि यह देश में साम्प्रदायिकता को और बढ़ावा देगा।
मौलाना मदनी का एमवीए को समर्थन ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं। एमवीए गठबंधन, जिसमें शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस, और एनसीपी शामिल हैं, भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर आगामी चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता है। मदनी के इस समर्थन से एक ओर एमवीए को मुस्लिम समुदाय का समर्थन मिल सकता है, वहीं दूसरी ओर वीएचपी जैसे संगठनों ने इसका विरोध कर इसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का मुद्दा बना दिया है।
इस राजनीतिक खींचतान के बीच राज्य की राजनीति में धर्म और साम्प्रदायिकता का असर बढ़ने की आशंका है।