‘वक्फ की जमीन पर बनी है नई संसद और एयरपोर्ट’: बदरुद्दीन के इस दावे पर कांग्रेस ने मांगा सबूत, जानिए बोर्ड ने क्या कहा?
- बदरुद्दीन अजमल, जो कि असम के AIUDF (ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) के प्रमुख हैं, ने हाल ही में एक विवादित बयान दिया है।
- उन्होंने दावा किया है कि नई संसद और एयरपोर्ट वक्फ की जमीन पर बने हैं, जिससे एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।
- इस दावे के बाद, कांग्रेस पार्टी ने बदरुद्दीन से सबूत मांगते हुए उन्हें चुनौती दी है कि वे अपने आरोपों को प्रमाणित करें।
कांग्रेस का रुख:
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा, “अगर बदरुद्दीन के पास इसके ठोस सबूत हैं, तो उन्हें इसे सार्वजनिक करना चाहिए। ऐसा कहना बेहद गंभीर है और इससे समाज में भ्रम फैल सकता है।” उन्होंने कहा कि बिना सबूत के इस तरह के आरोप लगाने से केवल राजनीति में द्वेष और विभाजन बढ़ता है।
वक्फ बोर्ड की प्रतिक्रिया:
इस विवाद में वक्फ बोर्ड ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट की है। वक्फ बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, “हम इस मामले पर ध्यान दे रहे हैं। यदि कोई दावा किया जा रहा है कि नई संसद या एयरपोर्ट वक्फ की जमीन पर बने हैं, तो इसकी जांच की जाएगी। हमें किसी भी तरह की गलतफहमी को स्पष्ट करने की आवश्यकता है।”
वक्फ बोर्ड ने कहा कि यदि ऐसे दावे सही हैं, तो वे कानूनी कदम उठाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वक्फ की जमीन के उपयोग को लेकर सभी नियम और विनियम हैं, और किसी भी प्रकार का उल्लंघन गंभीर मामला हो सकता है।
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य:
इस विवादित बयान से राजनीतिक माहौल में एक नई गर्माहट पैदा हो गई है। बदरुद्दीन अजमल के आरोपों ने बीजेपी और कांग्रेस के बीच की पहले से ही तनी हुई प्रतिस्पर्धा को और बढ़ा दिया है। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला आगामी चुनावों में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है।