लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लंदन के नेस्डन मंदिर का दौरा किया, भारतीय संस्कृति का किया सम्मान
“लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हाल ही में लंदन स्थित प्रसिद्ध बीएपीएस श्रीस्वामीनारायण मंदिर का दौरा किया, जिसे नेस्डन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह यात्रा उनके आधिकारिक यूके दौरे का हिस्सा थी, जो हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर लिंडसे हॉयल के निमंत्रण पर आयोजित की गई थी। मंदिर में बिरला का पारंपरिक हिंदू तरीके से स्वागत किया गया।”
मंदिर के संतों ने किया ओम बिरला का स्वागत
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के संतों ने ओम बिरला का पारंपरिक स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर की मूर्तियों का अभिषेक किया और बीएपीएस के सामाजिक और आध्यात्मिक कार्यों की जानकारी ली। बिरला को पेरिस, फ्रांस में बन रहे नए बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर के बारे में भी बताया गया।
मंदिर मानवता की सेवा की प्रेरणा देता है
ओम बिरला ने अपने दौरे के दौरान कहा, “यह मंदिर न केवल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक प्रेरणा देता है, बल्कि मानवता की सेवा की भी प्रेरणा प्रदान करता है। बीएपीएस संगठन ने भारतीय धर्म और संस्कृति को पूरी दुनिया में फैलाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।” उन्होंने संस्था के सेवा कार्यों की सराहना की और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार को लेकर खुशी जाहिर की।
नेस्डन मंदिर की खासियत
नेस्डन मंदिर, बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था का एक प्रमुख केंद्र है। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक उत्थान के लिए भी जाना जाता है। बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के साथ दुनिया भर में 80,000 से अधिक स्वयंसेवक जुड़े हैं, जो लाखों लोगों की सेवा कर रहे हैं। यह संस्था शांति, सद्भाव और नैतिकता पर आधारित समाज के निर्माण का प्रयास करती है।
बीएपीएस का अंतरराष्ट्रीय योगदान
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था संयुक्त राष्ट्र से मान्यता प्राप्त एक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक संगठन है। इसका मुख्य उद्देश्य समाज में आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक उत्थान करना है। संस्था की शिक्षाएं वेदों और भगवान स्वामीनारायण की विचारधारा पर आधारित हैं। महंत स्वामी महाराज के नेतृत्व में, संस्था ने दुनिया भर में सामाजिक कल्याण के कई कार्य किए हैं।
ओम बिरला की नेस्डन मंदिर यात्रा भारत और यूके के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने का प्रतीक है। यह दौरा न केवल भारतीय संस्कृति के महत्व को दर्शाता है, बल्कि भारतीय समुदाय के बीच सद्भावना और सेवा की भावना को भी प्रोत्साहित करता है। बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था का कार्य और उनकी शिक्षाएं समाज में शांति और सामंजस्य लाने का प्रयास करती हैं।