ग्वालियर से मुंबई तक: कार्तिक आर्यन की संघर्ष और सफलता की कहानी
“कार्तिक आर्यन, जो आज बॉलीवुड के सबसे चमकते सितारों में से एक हैं, ने अपने करियर की शुरुआत ग्वालियर जैसे छोटे शहर से की थी। उनके लिए मुंबई आकर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाना आसान नहीं था। लेकिन उन्होंने अपने दृढ़ निश्चय और कड़ी मेहनत के दम पर सफलता की एक नई कहानी लिखी।”
कार्तिक का कहना है, “ग्वालियर से मुंबई का सफर मेरे लिए सीखने और खुद को साबित करने का सफर रहा है। मैंने सपने देखे और उन्हें पूरा करने के लिए हर मुश्किल का सामना किया।”
Bhool Bhulaiyaa 3 की सफलता
कार्तिक आर्यन की फिल्म Bhool Bhulaiyaa 3 ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया है। यह फिल्म दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों से सराही गई और कई रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रही।
फिल्म के बारे में बात करते हुए कार्तिक ने कहा, “Bhool Bhulaiyaa 3 मेरे लिए एक खास प्रोजेक्ट था। इस फिल्म की सफलता ने मुझे यह यकीन दिलाया कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। दर्शकों का प्यार और समर्थन ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है।”
संघर्ष से सफलता तक का सफर
कार्तिक ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने मुंबई में रहते हुए अपने सपनों को पूरा करने के लिए ऑडिशन दिए और रिजेक्शन झेले। उनका पहला बड़ा ब्रेक फिल्म प्यार का पंचनामा से आया, जिसने उन्हें इंडस्ट्री में एक खास पहचान दिलाई। इसके बाद सोनू के टीटू की स्वीटी और भूल भुलैया 2 जैसी हिट फिल्मों ने उन्हें सुपरस्टार बना दिया।
युवाओं के लिए प्रेरणा
कार्तिक आर्यन आज की युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा हैं। उन्होंने साबित किया कि अगर आपके अंदर जुनून और मेहनत करने की क्षमता है, तो सफलता आपके कदम चूमेगी। कार्तिक का मानना है, “हर व्यक्ति को अपने सपनों का पीछा करना चाहिए, चाहे वह कहीं से भी आए।”
आगे की योजनाएं
कार्तिक आर्यन ने यह भी साझा किया कि वह आगे और भी बेहतरीन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। उनका लक्ष्य है कि वह अपनी हर फिल्म के जरिए दर्शकों का मनोरंजन करते रहें और अपने प्रदर्शन से उन्हें प्रभावित करें।