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प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब, मौनी अमावस्या पर लाखों ने किया स्नान

पवित्र महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर त्रिवेणी संगम में 42 लाख 40 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, यह महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान है, जिसे लेकर आस्था और भक्ति की लहर देखने को मिल रही है।”

सुबह भारी भीड़ के कारण अव्यवस्था, कई श्रद्धालु घायल

बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने के कारण सुबह भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिससे कई लोग घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन लगातार काम कर रहा है।

🔹 संतों की शाही स्नान शोभायात्रा रोकनी पड़ी:
अचानक हुई अव्यवस्था के कारण कुछ समय के लिए अखाड़ों की शाही स्नान शोभायात्रा को रोक दिया गया। हालांकि, बाद में संत और श्रद्धालु छोटे-छोटे समूहों में संगम स्नान के लिए पहुंचे

📢 पंचायती निरंजनी अखाड़े के संत चिदानंद पुरी ने कहा:

“भीड़ की अधिकता के कारण हमारे अखाड़े की शोभायात्रा नहीं निकल सकी, लेकिन अब हम छोटे-छोटे समूहों में संगम स्नान कर रहे हैं।”

अमित शाह और पीएम मोदी ने जताया दुख

इस घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवेदना व्यक्त की।

🔹 अमित शाह का बयान:

🚨 “महाकुंभ में हुई इस दुखद घटना से मैं बहुत दुखी हूं। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों को उचित इलाज मिल रहा है और मैं लगातार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रशासन से संपर्क में हूं।”

🔹 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जताया शोक:

🙏 “प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्घटना बहुत दुखद है। जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना। मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और प्रशासन पीड़ितों की हर संभव मदद में लगा हुआ है।”

प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, योगी सरकार कर रही मॉनिटरिंग

उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन ने बताया कि महाकुंभ में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।

संगम तटों पर सुरक्षा बैरिकेडिंग
श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए अलग-अलग रूट
आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था तैनात
ड्रोन कैमरों से निगरानी

सरकार ने आश्वासन दिया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता पर है और ऐसी स्थिति को दोबारा न बनने देने के लिए विशेष प्रबंधन किया जा रहा है।

मौनी अमावस्या का महत्व और आगे की तिथियां

मौनी अमावस्या हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। मान्यता है कि इस दिन संगम में स्नान करने से पिछले जन्मों के पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है

🔹 महाकुंभ के आगामी स्नान पर्व:
📅 बसंत पंचमी – 3 फरवरी 2025
📅 माघी पूर्णिमा – 12 फरवरी 2025
📅 महाशिवरात्रि – 26 फरवरी 2025

प्रयागराज महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या पर 42 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया। भारी भीड़ के कारण प्रशासन को सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन स्थिति को जल्दी नियंत्रित कर लिया गया।

🚩 श्रद्धालुओं की आस्था और महाकुंभ की भव्यता अद्वितीय है, जो इसे विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन बनाती है।

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