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प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना युवाओं के लिए बन रही है करियर का मजबूत आधार, ओपन हाउस में साझा किए प्रेरणादायक अनुभव

भारत सरकार का कॉर्पोरेट मामलों मंत्रालय देश के युवाओं को करियर निर्माण का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) के तहत लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में हाल ही में इस योजना के लिए तीसरा ‘कैंडिडेट ओपन हाउस’ सत्र आयोजित किया गया, जिसमें 684 प्रतिभागियों ने लाइव हिस्सा लिया। इस सत्र का उद्देश्य था युवाओं को इस योजना के प्रक्रियाओं, अवसरों और लाभों के बारे में सटीक जानकारी देना।

ओपन हाउस में पूछे गए 1,700+ सवाल

इस ओपन हाउस सत्र की एक खास बात यह रही कि 1,765 प्रश्न ऑनलाइन फॉर्म के जरिए प्राप्त हुए, जिनमें से अधिकतर प्रश्न पात्रता, चयन प्रक्रिया और सेक्टर-विशेष अवसरों से संबंधित थे। अधिकारियों ने इन प्रश्नों का विस्तार से उत्तर दिया और साथ ही लाइव सत्र के दौरान चैट बॉक्स में पूछे गए सवालों का भी तत्काल समाधान किया गया।

इंडस्ट्री एक्सपर्ट की सलाह: डॉन लुईस

सत्र में महिंद्रा एंड महिंद्रा फार्म डिवीजन के स्किल डेवलपमेंट प्रमुख डॉन लुईस ने युवाओं को इंटर्नशिप के महत्व पर उपयोगी सलाह दी। उन्होंने बताया कि:

“प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना युवाओं को उद्योग जगत के साथ काम करने और व्यावहारिक अनुभव हासिल करने का बेहतरीन मंच देती है। इससे उनकी नौकरी पाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।”

उन्होंने यह भी बताया कि महिंद्रा समूह देशभर में इंटर्नशिप के विभिन्न स्थानों पर अवसर प्रदान कर रहा है, जहां छात्र अपनी पसंद और योग्यता के अनुसार आवेदन कर सकते हैं।

प्रेरणादायक कहानियाँ: इंटर्न्स का अनुभव

इस सत्र की सबसे खास बात रही तीन इंटर्न्स द्वारा साझा किए गए अपने अनुभव, जो न सिर्फ प्रेरणादायक थे, बल्कि उन्होंने अन्य युवाओं को भी प्रोत्साहित किया।

1. अनिकेत कुमार – महिंद्रा एंड महिंद्रा, नासिक

हरियाणा निवासी अनिकेत कुमार, जो नासिक प्लांट में पेंटर इंटर्न हैं, ने अपनी कहानी सुनाते हुए कहा:

  • उन्होंने पहले कभी अपने गांव से बाहर काम नहीं किया था।
  • भाषा की दिक्कतें थीं क्योंकि वे सिर्फ हरियाणवी बोलते थे
  • लेकिन वहां के मेंटर्स और सुपरवाइजर्स ने उन्हें हर कदम पर सहयोग दिया।
  • उन्होंने कारखाने में कारों की असेंबली, पेंटिंग और मैकेनिज्म को गहराई से सीखा।

अनिकेत की कहानी इस बात का प्रमाण है कि सपनों को सच करने के लिए जोश और जज़्बा काफी होता है

2. श्वेता जोशी – टेक महिंद्रा, भोपाल

मध्य प्रदेश से आने वाली श्वेता जोशी टेक महिंद्रा में एसोसिएट सॉफ्टवेयर इंटर्न के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया:

  • उन्होंने SQL, AWS CloudWatch, और डेटा एनालिटिक्स जैसे एडवांस टूल्स सीखे।
  • यह अनुभव उनके लिए तकनीकी दुनिया के दरवाजे खोल रहा है
  • उनका लक्ष्य है कि इस इंटर्नशिप के बाद वह किसी बड़ी कंपनी में स्थायी नौकरी पाएँ।

श्वेता का मानना है कि यह कार्यक्रम युवाओं की रोजगार क्षमता को बेहतर बनाता है।

3. विद्यासागर पाटिल – इंटर्नशिप का अनुभव साझा किया

तीसरे इंटर्न विद्यासागर पाटिल ने भी इंटर्नशिप में मिले मूल्यवान अनुभव को साझा करते हुए बताया कि किस तरह उन्होंने अपने क्षेत्र में प्रैक्टिकल स्किल्स और कॉर्पोरेट कल्चर को सीखा।

क्यों है प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना महत्वपूर्ण?

  • शिक्षा और उद्योग के बीच की दूरी को कम करना
  • युवाओं को वास्तविक समय का अनुभव देना।
  • नौकरी मिलने की संभावनाओं को बढ़ाना।
  • देश की अर्थव्यवस्था में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना।

PMIS जैसे कार्यक्रम Skill India Mission के उद्देश्यों को भी मजबूती देते हैं।

कंपनियों की भूमिका

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा जैसे शीर्ष कॉर्पोरेट समूहों की भागीदारी से यह साबित होता है कि निजी क्षेत्र भी युवाओं के विकास में अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। ये कंपनियाँ:

  • इंटर्न्स को मेंटोरिंग और ट्रेनिंग देती हैं।
  • उन्हें रियल प्रोजेक्ट्स पर काम करने का मौका देती हैं।
  • परफॉर्मेंस के आधार पर फुल टाइम जॉब के अवसर भी उपलब्ध कराती हैं।

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना 2025 भारतीय युवाओं को शिक्षा से रोजगार की ओर एक मज़बूत सेतु प्रदान कर रही है। यह न केवल तकनीकी ज्ञान और व्यावसायिक अनुभव देती है, बल्कि आत्मविश्वास, नेटवर्किंग और करियर में दिशा भी प्रदान करती है।

ओपन हाउस सत्र में साझा किए गए अनुभव, विशेषज्ञों की सलाह और युवाओं की मेहनत यह दर्शाती है कि सही अवसर मिलने पर भारत का युवा दुनिया में कहीं भी मुकाबला कर सकता है

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