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दिल्ली में गर्मी के साथ बढ़ती बिजली की मांग ने तोड़ा रिकॉर्ड

गर्मी के मौसम में राजधानी दिल्ली में बिजली की मांग 2025 में तेजी से बढ़ती जा रही है। बुधवार को दोपहर 12:31 बजे दिल्ली में बिजली खपत 5090 मेगावाट दर्ज की गई, जो इस वर्ष गर्मी के मौसम में अब तक की सबसे अधिक मांग है। विशेषज्ञों का मानना है कि तापमान में लगातार हो रही वृद्धि के कारण आने वाले दिनों में यह मांग और बढ़ सकती है।

बिजली की खपत में रिकॉर्ड वृद्धि: गर्मी का असर साफ दिखा

दिल्ली में लगातार बढ़ते तापमान के चलते एयर कंडीशनर, कूलर और अन्य शीतलन उपकरणों के उपयोग में वृद्धि हुई है। इसका सीधा असर बिजली की मांग पर देखा जा रहा है। मंगलवार को भी यह मांग 5029 मेगावाट तक पहुंच गई थी।

पिछले वर्ष की तुलना में क्या बदला?

2024 में जून के महीने में दिल्ली ने अब तक की सबसे अधिक 8656 मेगावाट की बिजली मांग दर्ज की थी। इस बार, बिजली कंपनियों का मानना है कि यह आंकड़ा 9000 मेगावाट तक पहुंच सकता है। यह बढ़ोतरी बिजली वितरण कंपनियों और दिल्ली सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है।

दिल्ली में तापमान: मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह राजधानी का न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 5.6 डिग्री अधिक है। अधिकतम तापमान भी लगातार 39 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।

राजधानी में लू और गर्म रातों की स्थिति

दिल्ली के कई इलाकों में दिन के समय लू जैसे हालात और रात में भी भीषण गर्मी महसूस की जा रही है। इससे बिजली पर निर्भरता और अधिक बढ़ गई है।

बिजली वितरण कंपनियों की तैयारी

दिल्ली में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए BSES की दोनों कंपनियां — BSES राजधानी पावर लिमिटेड (BRPL) और BSES यमुना पावर लिमिटेड (BYPL) — व्यापक स्तर पर तैयारी कर रही हैं। ये कंपनियां लगभग 2 करोड़ लोगों और 50 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली सप्लाई करती हैं।

नई तकनीक और ऊर्जा स्रोतों का उपयोग

बढ़ती मांग को देखते हुए बिजली कंपनियां निम्न उपाय कर रही हैं:

  • अन्य राज्यों से बिजली बैंकिंग की व्यवस्था
  • AI और मशीन लर्निंग के जरिए मांग का सटीक पूर्वानुमान
  • हरित ऊर्जा स्रोतों जैसे सोलर और पवन ऊर्जा का विस्तार

BRPL के अनुसार, दक्षिण और पश्चिम दिल्ली में बिजली की मांग इस बार 4050 मेगावाट तक जा सकती है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 3809 मेगावाट था।

उपभोक्ताओं के लिए क्या है सुझाव?

बिजली कंपनियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे बिजली का समझदारी से उपयोग करें:

  • गैर-ज़रूरी उपकरणों को बंद रखें
  • LED और ऊर्जा कुशल उपकरणों का उपयोग करें
  • दिन के गर्म समय में बिजली का उपयोग कम करें

आने वाले दिनों में क्या हो सकता है?

तापमान में और वृद्धि होने की संभावना के चलते बिजली की मांग 9000 मेगावाट से भी अधिक हो सकती है। इससे न केवल ग्रिड पर दबाव बढ़ेगा, बल्कि उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।

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