यमुनानगर से पीएम मोदी का संदेश: आत्मनिर्भर ऊर्जा क्षेत्र से होगा औद्योगिक और राष्ट्रीय विकास
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हरियाणा के यमुनानगर में आयोजित कार्यक्रम में देश के ऊर्जा और औद्योगिक क्षेत्र की आवश्यकता और प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ऊर्जा देश की उन्नति का आधार है और इसके बिना औद्योगिक विकास, एमएसएमई सेक्टर और वैश्विक गुणवत्ता वाले उत्पादों का निर्माण संभव नहीं है।“
दीनबंधु छोटूराम थर्मल प्रोजेक्ट से मिलेगा औद्योगिक गति
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दीनबंधु चौधरी छोटूराम थर्मल पावर प्रोजेक्ट की तीसरी इकाई का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना यमुनानगर सहित आसपास के क्षेत्रों को विशेष लाभ देगी, जहां पर प्लाईवुड, एल्युमिनियम, कॉपर और पीतल के बर्तन निर्माण जैसे उद्योग संचालित होते हैं। साथ ही यह क्षेत्र पेट्रोकेमिकल उद्योग में भी अग्रणी है। इससे इन उद्योगों को नई ऊर्जा मिलेगी।
चौतरफा प्रयासों से बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि देश में बिजली की कोई कमी न हो। इसके लिए कोयला, सौर और न्यूक्लियर ऊर्जा जैसे सभी स्रोतों पर समान रूप से काम किया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि यमुनानगर जैसे औद्योगिक शहर भारत की आर्थिक रीढ़ हैं और यहां पर मैन्युफैक्चरिंग को ऊर्जा देने का कार्य यह परियोजना करेगी।
विकसित भारत के लिए विकसित हरियाणा आवश्यक
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हरियाणा लगातार तीसरी बार डबल इंजन की सरकार देख रहा है, और आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में इसे ‘ट्रिपल सरकार’ कहा जा रहा है।” उन्होंने कहा कि “विकसित भारत के लिए विकसित हरियाणा हमारा संकल्प है।”
बाबा साहेब के दृष्टिकोण से प्रेरित औद्योगीकरण
मोदी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर और दीनबंधु छोटूराम जैसे नेताओं के औद्योगिक दृष्टिकोण को याद करते हुए कहा कि सामाजिक न्याय के लिए उद्योग और लघु उद्यम सबसे प्रभावी मार्ग हैं। उन्होंने बताया कि दलितों और वंचितों को सबसे ज्यादा लाभ उद्योग क्षेत्र से मिलेगा, और इसी सोच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
मिशन मैन्युफैक्चरिंग और आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने कहा कि “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” के लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमने मिशन मैन्युफैक्चरिंग शुरू किया है। इसका उद्देश्य वंचित तबकों के युवाओं को प्रशिक्षण, रोजगार और उद्यमिता के अवसर देना है।
ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता है तकनीकी विकास की नींव
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “देश में तकनीकी विकास का लाभ हर वर्ग तक पहुंचे, इसके लिए हमें ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करनी होगी। तभी भारत के उत्पाद वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बन पाएंगे।” उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है।