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नया भारत: आत्मनिर्भर शिक्षा और सुरक्षा नीति की ओर उत्तर प्रदेश का अग्रसर कदम

“उत्तर प्रदेश में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों – शिक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा – में एक स्पष्ट और सशक्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत अब अपनी बात दृढ़ता से कहता है, पर किसी पर अनावश्यक दबाव नहीं बनाता। परंतु यदि कोई देश भारत की संप्रभुता में हस्तक्षेप करता है, तो नया भारत उसे करारा जवाब देने से पीछे नहीं हटता।”

विकसित भारत की नई छवि: आत्मनिर्भर और सजग राष्ट्र

भारत अब केवल विकास के पथ पर नहीं चल रहा, बल्कि सुरक्षा और शिक्षा दोनों में ठोस नीतियों के साथ आगे बढ़ रहा है। योगी आदित्यनाथ ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उदाहरण देते हुए स्पष्ट किया कि नया भारत अब किसी की भी आंतरिक सुरक्षा में दखल बर्दाश्त नहीं करता।

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा, “भारत अब किसी को छेड़ता नहीं है, लेकिन अगर कोई देश भारत के नागरिकों की सुरक्षा से खिलवाड़ करता है, तो नया भारत उसे उसकी ही मांद में घुसकर जवाब देता है।”

लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र का वितरण

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज द्वारा पारदर्शी चयन प्रक्रिया के तहत चयनित 494 सहायक अध्यापकों और 49 प्रवक्ताओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया बिना किसी सिफारिश और पूर्ण निष्पक्षता के साथ पूरी की गई।

मिनी स्टेडियम और आईसीटी लैब की स्थापना

मुख्यमंत्री ने 23 राजकीय इंटर कॉलेजों में 4.92 करोड़ रुपये की लागत से मिनी स्टेडियम का शिलान्यास किया। इसके साथ ही, अटल टिंकरिंग लैब और आईसीटी लैब के लिए प्रमाण पत्र भी विद्यालयों को प्रदान किए गए। यह पहल छात्रों के समग्र विकास की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

विकसित भारत के लिए शिक्षकों की नई भूमिका

मुख्यमंत्री योगी ने सभी नवनियुक्त शिक्षकों से आग्रह किया कि वे केवल शिक्षण तक सीमित न रहें, बल्कि शोध, नवाचार और तकनीक को अपनाकर शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाएं। उन्होंने कहा कि अगर हम आज की आवश्यकताओं के अनुसार युवाओं को तैयार करेंगे, तभी हमारी शिक्षा प्रणाली की प्रासंगिकता बनी रहेगी।

माध्यमिक शिक्षा में पारदर्शिता और नवाचार की दिशा में पहल

उन्होंने बताया कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा नकल के लिए बदनाम हो चुकी थी। लेकिन आज ऑपरेशन कायाकल्प जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था को बदलने का कार्य सफलतापूर्वक किया गया है। नीति आयोग की बैठकों में भी राज्य की नवाचार नीति की सराहना की गई।

सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता और निष्पक्षता

पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश सरकार ने 8 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी सेवाओं में नियुक्ति दी है। माध्यमिक शिक्षा में ही अब तक 40,000 से अधिक नियुक्तियां हो चुकी हैं। यह संभव हुआ है सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति और पारदर्शी नीतियों के कारण।

युवाओं के भविष्य की नींव: जिम्मेदार शिक्षक और समर्पित नीति

सीएम योगी ने कहा, “अब समय है कि हम अपने विद्यालयों से विकसित भारत की नींव रखें। शिक्षकों को चाहिए कि वे नवाचार और तकनीकी ज्ञान से छात्रों का मार्गदर्शन करें ताकि उन्हें उज्ज्वल भविष्य की दिशा मिल सके।”

छोटे कथाओं के माध्यम से शिक्षण: एक रचनात्मक उपाय

मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से आग्रह किया कि पढ़ाई को रुचिकर बनाने के लिए छोटे-छोटे कथाओं का उपयोग करें। इससे कक्षा उबाऊ नहीं लगेगी और छात्र शिक्षा में रुचि बनाए रखेंगे।

शिक्षा में सुधार की दिशा में सशक्त कदम

नवाचार, शोध, और तकनीकी समावेशन से ही हम एक आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और विकसित भारत की ओर बढ़ सकते हैं। इसके लिए सरकार और समाज दोनों की भूमिका अहम है।

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