NationalNews

सिक्किम की 50वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन: प्रकृति और प्रगति का संगम

सिक्किम की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यवासियों को संबोधित किया। उन्होंने सिक्किम को “प्रकृति और प्रगति का आदर्श मॉडल” बताया और पूर्वोत्तर भारत के संतुलित विकास में उसकी भूमिका को रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री ने अपने वर्चुअल संदेश में कहा,

“50 साल पहले सिक्किम ने लोकतंत्र को अपनाते हुए भारत के साथ एकजुट होने का निर्णय लिया। राज्य के लोगों ने यह विश्वास दिखाया कि भारतीय लोकतंत्र उन्हें अधिकारों और विकास के समान अवसर देगा। आज हम देख सकते हैं कि उस विश्वास को मजबूत आधार मिला है और सिक्किम ने बेहतरीन प्रगति की है।”

पीएम मोदी ने सिक्किम को 100% ऑर्गेनिक स्टेट बनने पर बधाई दी और कहा कि यह राज्य देश के लिए गर्व का कारण बना है। उन्होंने कहा कि आज सिक्किम देश के उन राज्यों में शामिल है जहां प्रति व्यक्ति आय सबसे अधिक है। उन्होंने राज्य की उपलब्धियों को वहां के नागरिकों की मेहनत और जागरूकता का परिणाम बताया।

उत्तर-पूर्व भारत को विकास के केंद्र में लाने का संकल्प

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार 2014 से ही ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि भारत के संपूर्ण विकास के लिए पूर्वोत्तर राज्यों का विशेष महत्व है। इसी दृष्टिकोण से सरकार ‘एक्ट ईस्ट नीति’ और ‘एक्ट फास्ट दृष्टिकोण’ पर काम कर रही है।

“हर राज्य की अपनी विशेषता होती है, इसलिए संतुलित विकास के लिए प्रत्येक क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जाना ज़रूरी है।”

राइजिंग नॉर्थ ईस्ट समिट का उल्लेख

प्रधानमंत्री ने हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित राइजिंग नॉर्थ ईस्ट समिट का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह सम्मेलन उत्तर-पूर्व भारत में निवेश के लिए महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में भारत के प्रमुख उद्योगपति शामिल हुए और सिक्किम समेत पूरे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में निवेश की घोषणा की।

सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण में सिक्किम अग्रणी

प्रधानमंत्री ने इस बात पर विशेष बल दिया कि सिक्किम ने सिर्फ आर्थिक विकास ही नहीं किया, बल्कि प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करते हुए सतत विकास की ओर अग्रसर हुआ है। उन्होंने कहा:

“पिछले पांच दशकों में सिक्किम ने हरित पहल और पर्यावरणीय नेतृत्व के उदाहरण पेश किए हैं।”

एक नजर सिक्किम की मुख्य उपलब्धियों पर

उपलब्धिविवरण
100% ऑर्गेनिक खेतीभारत का पहला पूर्णत: जैविक राज्य
प्रति व्यक्ति आयदेश के टॉप राज्यों में
पर्यावरण संरक्षणप्लास्टिक पर सख्त रोक, हरित नीति
शिक्षा और स्वास्थ्यग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच में सुधार
पर्यटनप्राकृतिक सौंदर्य और संस्कृति के कारण विदेशी सैलानियों का आकर्षण

प्रधानमंत्री मोदी ने यह दोहराया कि केंद्र सरकार ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के तहत न केवल उत्तर-पूर्व को मुख्यधारा में लाना चाहती है, बल्कि वहां के युवाओं को रोजगार, शिक्षा और बुनियादी सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह नीति आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक है।

प्रधानमंत्री की प्राथमिकताएं: विकास, सहभागिता और संतुलन

प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश का कोई भी हिस्सा विकास से वंचित न रहे। उन्होंने सिक्किम को इस सोच का आदर्श उदाहरण बताया।

“सिक्किम ने दिखाया है कि सीमित संसाधनों में भी अगर संकल्प हो, तो राज्य प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू सकता है।”

भविष्य की दिशा: नवाचार और सतत नीति

प्रधानमंत्री ने संकेत दिया कि भविष्य में सिक्किम जैसे छोटे और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील राज्यों के लिए नई योजनाएं लाई जाएंगी। इससे उन्हें ग्लोबल स्तर पर एक हरित और सतत मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जा सकेगा।

सिक्किम की 50वीं वर्षगांठ केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह उस प्रेरणादायक यात्रा की मान्यता है जो एक छोटे पहाड़ी राज्य ने लोकतंत्र, पर्यावरण और सतत विकास की दिशा में तय की है। प्रधानमंत्री मोदी के संदेश से यह स्पष्ट होता है कि सिक्किम की उपलब्धियां भारत के लिए एक मॉडल हैं — जहां विकास और प्रकृति एक साथ चलते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *