अमेरिका और कनाडा से तनाव: 12 साल बाद पाकिस्तान जा रहे भारतीय विदेश मंत्री, जानें क्यों महत्वपूर्ण हुआ SCO
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर 12 साल के बाद पाकिस्तान की यात्रा पर जा रहे हैं, जो कि शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट के लिए आयोजित किया जा रहा है। इस यात्रा का महत्व इसलिए भी बढ़ गया है, क्योंकि इस समय भारत और अमेरिका के बीच तनाव और कनाडा के साथ कूटनीतिक संघर्ष चल रहा है।
भारत-पाकिस्तान संबंध
जयशंकर की यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। इस यात्रा के जरिए भारत ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि वह क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग को महत्व देता है, भले ही राजनीतिक स्थितियां कैसी भी हों।
SCO समिट का महत्व
SCO समिट इस बार विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि:
- क्षेत्रीय सुरक्षा: इस समिट में चीन, रूस और मध्य एशियाई देशों के नेताओं के साथ मिलकर सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा होगी, जो कि दक्षिण एशिया में आतंकवाद और हिंसा से निपटने के लिए जरूरी है।
- आर्थिक सहयोग: SCO के तहत आर्थिक सहयोग और विकास के अवसरों पर भी चर्चा की जाएगी, जो भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं, खासकर उसके पड़ोसी देशों के साथ।
- आंतरिक मुद्दे: समिट में सदस्य देश अपने-अपने आंतरिक मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे, जिससे भारत को अपने पक्ष को रखने का मौका मिलेगा।
अमेरिका-कनाडा से तनाव
इस समय भारत के संबंध अमेरिका और कनाडा के साथ तनावपूर्ण हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर खालिस्तानी आतंकवादियों को समर्थन देने का आरोप लगाया है, जिसके बाद भारत ने कनाडा के साथ कूटनीतिक संबंधों में कटौती की है। इस तनाव के बीच जयशंकर की पाकिस्तान यात्रा को एक कूटनीतिक सन्देश के रूप में देखा जा रहा है कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को सुधारने के लिए तत्पर है।