Russia-Ukraine War: रूसी आक्रमण के बाद यूक्रेन की जनसंख्या में एक करोड़ लोग हो गए कम, यूएन ने जताई चिंता
यूक्रेन में चल रहे युद्ध के चलते स्थिति बेहद गंभीर हो गई है, और हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया है कि रूसी आक्रमण के बाद यूक्रेन की जनसंख्या में एक करोड़ लोग घट गए हैं। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र (यूएन) द्वारा जारी की गई है, जिसने इस संकट के मानवतावादी प्रभावों पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
जनसंख्या में कमी के कारण
यूक्रेन में युद्ध के कारण लाखों लोग अपने घरों को छोड़कर भागने को मजबूर हुए हैं। कई नागरिकों ने सुरक्षा की तलाश में अन्य देशों में शरण ली है, जबकि कई अन्य ने आंतरिक रूप से विस्थापित होने का विकल्प चुना है। इसके अलावा, युद्ध के दौरान हुई मौतों और गंभीर घायल लोगों की संख्या भी जनसंख्या में कमी का एक बड़ा कारण है।
यूएन की चिंताएं
यूएन ने इस स्थिति को ‘गंभीर मानवतावादी संकट’ के रूप में वर्णित किया है और कहा है कि यह जनसंख्या में कमी न केवल यूक्रेन के भविष्य को प्रभावित करेगी, बल्कि इसके आर्थिक और सामाजिक ढांचे पर भी गंभीर प्रभाव डालेगी। यूएन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “इस युद्ध का मानवता पर गहरा असर पड़ रहा है, और हमें इस संकट के समाधान के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।”
भविष्य की चुनौतियाँ
इस जनसंख्या कमी के परिणामस्वरूप यूक्रेन को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, जैसे कि श्रम शक्ति की कमी, शिक्षा प्रणाली में बाधाएं और स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ता दबाव। युद्ध खत्म होने के बाद भी, पुनर्निर्माण और वापसी के लिए कई वर्षों तक संघर्ष करना पड़ेगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
यूक्रेन के संकट पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया भी लगातार आ रही है। कई देश यूक्रेन को मानवीय सहायता प्रदान कर रहे हैं, जबकि अन्य देशों ने युद्ध विराम के लिए कूटनीतिक प्रयासों की बात की है। हालांकि, स्थिति का समाधान करना बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।