चीन-पाकिस्तान का मुकाबला करने के लिए रूस का हवाई योद्धा Su-57 खरीदेगा भारत! देशी प्रोजेक्ट में देरी से टेंशन
भारत ने अपनी वायु सेना को मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सूत्रों के अनुसार, भारत रूस के अत्याधुनिक हवाई योद्धा Su-57 फाइटर जेट को खरीदने की योजना बना रहा है। यह निर्णय चीन और पाकिस्तान के बढ़ते खतरे के मद्देनज़र लिया गया है।
Su-57 का परिचय
Su-57, जिसे पहले PAK FA के नाम से जाना जाता था, रूस का पहला स्टेल्थ फाइटर जेट है। यह पांचवीं पीढ़ी का विमान है, जिसे उन्नत तकनीकों से लैस किया गया है। इसकी मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- स्टेल्थ क्षमता: Su-57 में स्टेल्थ तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे यह रडार से बचकर दुश्मन के इलाके में घुसपैठ कर सकता है।
- उन्नत एवियोनिक्स: यह विमान अत्याधुनिक एवियोनिक्स से लैस है, जिसमें मल्टी-फंक्शन रडार और हाई-एंड सेंसर्स शामिल हैं, जो इसे दुश्मनों के विमानों की पहचान और टार्गेटिंग में मदद करते हैं।
- विभिन्न प्रकार के हथियार: Su-57 विभिन्न प्रकार के एयर-टू-एयर और एयर-टू-गाउंड हथियारों को ले जा सकता है, जिससे यह किसी भी युद्ध स्थिति में प्रभावी साबित होता है।
- अत्याधुनिक गति और युद्धक्षमता: यह विमान सुपरसोनिक गति में उड़ान भर सकता है और इसमें उच्चतम गति और मैन्यूवरिंग क्षमताएं हैं।
भारत की सुरक्षा जरूरतें
भारत को अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, विशेषकर चीन और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच। इस संदर्भ में, Su-57 का अधिग्रहण एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
देशी प्रोजेक्ट में देरी
हालांकि भारत में विकसित किए जा रहे AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) प्रोजेक्ट में देरी हो रही है, जिससे वायु सेना की जरूरतें समय पर पूरी नहीं हो पा रही हैं। इस देरी के कारण भारत को तुरंत एक सक्षम फाइटर जेट की आवश्यकता है, और इसी के चलते Su-57 का अधिग्रहण एक तात्कालिक आवश्यकता बन गया है।