केंद्र सरकार ने कार्गो परिवहन के लिए ‘जलवाहक’ योजना की शुरुआत की
नई दिल्ली, 16 दिसंबर: देश में जलमार्गों के जरिए कार्गो परिवहन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने ‘जलवाहक योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य जलमार्गों के उपयोग को प्रोत्साहित करना और माल परिवहन के लिए एक सस्ता, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प उपलब्ध कराना है।
केंद्र सरकार का मानना है कि जलमार्गों का उपयोग सड़क और रेल परिवहन की तुलना में अधिक किफायती और कारगर साबित हो सकता है। जलवाहक योजना के तहत देशभर के प्रमुख नदियों, बंदरगाहों और आंतरिक जलमार्गों को विकसित किया जाएगा ताकि बड़े पैमाने पर कार्गो परिवहन संभव हो सके।
, “जलमार्गों के उपयोग से न केवल परिवहन लागत में कमी आएगी बल्कि प्रदूषण भी घटेगा। इससे व्यापारियों को कार्गो भेजने का एक और प्रभावी विकल्प मिलेगा और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को भी मजबूती मिलेगी।”
जलवाहक योजना के मुख्य बिंदु:
- सस्ता और किफायती विकल्प: जलमार्गों के जरिए कार्गो भेजने की लागत सड़क और रेल परिवहन से कम होगी।
- प्रदूषण में कमी: जल परिवहन पर्यावरण के लिए सुरक्षित और कम प्रदूषण वाला विकल्प है।
- बुनियादी ढांचे का विकास: देश के प्रमुख जलमार्गों और बंदरगाहों का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
- व्यापार में तेजी: योजना से व्यापारियों को कार्गो भेजने में अधिक सहूलियत होगी और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
सरकार ने इस योजना के तहत कई प्रमुख नदियों और जलमार्गों को चिन्हित किया है, जहां आधुनिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि जलमार्गों के उपयोग से लॉजिस्टिक क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है।
व्यापार और उद्योग जगत ने सरकार के इस कदम की सराहना की है। इससे न केवल देश के परिवहन नेटवर्क को मजबूती मिलेगी बल्कि अर्थव्यवस्था में भी तेजी आएगी।