AI-171 विमान हादसे के बाद DGCA ने बोइंग 787 विमानों की जांच का आदेश दिया
“12 जून को एयर इंडिया का बोइंग ड्रीमलाइनर AI-171 विमान, जो लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रहा था, अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुखद दुर्घटना के बाद भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए DGCA को बोइंग 787 श्रृंखला के सभी विमानों की जांच का निर्देश दिया है।“
इस समय भारत में कुल 34 बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान परिचालन में हैं। 8 विमानों की पहले ही जांच हो चुकी है और शेष विमानों की भी तत्काल जांच की जाएगी।
सुरक्षा की दृष्टि से मुख्य कारण:
- AI-171 जैसी बड़ी दुर्घटना के बाद फ्लिटवाइड निरीक्षण की आवश्यकता
- अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सावधानी
- विमानों की तकनीकी स्थिति की सटीक जांच
- यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सभी संभावित जोखिमों की पहचान
नई दिल्ली में शनिवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री ने कहा:
“पिछले दो दिन देश के लिए बहुत कठिन रहे हैं। अहमदाबाद दुर्घटना ने सभी को झकझोर दिया है। मैंने स्वयं घटनास्थल का दौरा किया ताकि राहत कार्य और सहायता की आवश्यकता को समझ सकूं।”
उन्होंने आगे बताया कि घटनास्थल पर सभी एजेंसियां सक्रिय थीं – NDRF, दमकल विभाग, मेडिकल स्टाफ, और एअर इंडिया की टीमें। सभी ने अग्निशमन और बचाव कार्यों को गंभीरता से अंजाम दिया।
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की भूमिका
AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) को तत्काल जांच के लिए सक्रिय किया गया। इसकी टीम ने तकनीकी जांच शुरू कर दी है और अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है:
ब्लैक बॉक्स की बरामदगी
- ब्लैक बॉक्स 13 जून की शाम 5 बजे बरामद हुआ
- यह विमान के डाटा और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग को उजागर करेगा
- AAIB द्वारा डिकोडिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है
- जांच रिपोर्ट से दुर्घटना के वास्तविक कारणों की पुष्टि होने की उम्मीद
एयर इंडिया को यात्रियों के परिवारों को सहायता के निर्देश
मंत्री ने कहा कि एयर इंडिया को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि:
- पीड़ित परिवारों को मानसिक और वित्तीय सहायता दी जाए
- डीएनए परीक्षण के बाद ही शव सौंपे जाएं
- परिवारों के लिए काउंसलिंग और दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया को सरल बनाया जाए
शवों की पहचान और हैंडओवर प्रक्रिया
- सभी शवों की पहचान डीएनए टेस्ट के बाद की जा रही है
- गुजरात सरकार और केंद्र सरकार समन्वय में कार्य कर रहे हैं
- अधिकारी उम्मीद कर रहे हैं कि इस प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाएगा
DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने बोइंग 787 श्रृंखला के विमानों की विशेष जांच के आदेश दिए हैं।
जांच में शामिल प्रमुख तत्व
- एयरफ्रेम की स्थिति
- इंजन प्रदर्शन
- फ्लाइट रिकॉर्डिंग और मेंटेनेंस लॉग
- कॉकपिट अलर्ट सिस्टम
- टेक्निकल गड़बड़ियों की पुनरावृत्ति
बोइंग ड्रीमलाइनर 787 – एक नजर में
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर एक लंबी दूरी का दो इंजन वाला वाइड-बॉडी विमान है, जो उच्च ईंधन दक्षता और आरामदायक केबिन फीचर्स के लिए जाना जाता है।
भारत में इसके ऑपरेटर:
- एयर इंडिया
- विस्तारा
- इंडिगो (भविष्य में डिलीवरी प्रस्तावित)
सरकार ने इस दुर्घटना की विस्तृत जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है जिसमें शामिल हैं:
- विमानन सुरक्षा विशेषज्ञ
- एयरक्राफ्ट इंजीनियर
- एयरलाइन रेगुलेटरी अधिकारी
- कानूनी सलाहकार
समिति की रिपोर्ट के बाद सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे, जिसमें विमान परिचालन मानकों में बदलाव भी संभव है।