बीएसएनएल की नई उड़ान: 55 लाख नए ग्राहक और 4G से 5G की ओर आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अग्रसर
“सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल 4G 5G नेटवर्क विस्तार के तहत अब तेजी से आगे बढ़ रही है। बीते सात महीनों में कंपनी ने 55 लाख से अधिक नए ग्राहक जोड़े हैं, जिससे कुल ग्राहक संख्या 9.1 करोड़ तक पहुंच गई है। यह जानकारी राज्यसभा में केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा दी गई।“
सालों से घाटे में चल रही यह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी अब फिर से मुनाफे में आ रही है और 4G से 5G नेटवर्क की ओर तेजी से बढ़ रही है।
बीएसएनएल की ग्राहक संख्या में बड़ा उछाल
जून 2024 से फरवरी 2025 तक बीएसएनएल के ग्राहकों की संख्या 8.55 करोड़ से बढ़कर 9.1 करोड़ हो गई।
इस दौरान कंपनी ने 55 लाख नए उपभोक्ताओं को जोड़ा, जो इस बात का संकेत है कि जनता का भरोसा फिर से बीएसएनएल पर लौट रहा है।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया कि केंद्र सरकार की नीतियों और सुधारों की बदौलत यह वृद्धि संभव हुई है।
बीएसएनएल 18 साल बाद मुनाफे में
एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में, बीएसएनएल 18 वर्षों में पहली बार अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में लाभ में पहुंची है।
यह न केवल वित्तीय सुधार का संकेत है, बल्कि एक मजबूत रणनीतिक रोडमैप का भी परिणाम है।
4G नेटवर्क विस्तार में तेज़ी
बीएसएनएल वर्तमान में देश भर में 4G नेटवर्क स्थापित करने के मिशन पर काम कर रही है।
इस योजना के तहत कंपनी एक लाख 4G टावर लगाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। अभी तक 73,326 टावर लगाए जा चुके हैं, जो कुल लक्ष्य का लगभग 73% है।
ये टावर भारत के दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद कर रहे हैं।
बीएसएनएल 4G बीटीएस अपग्रेड योजना
बीएसएनएल LWE चरण-I योजना के अंतर्गत पहले से स्थापित 2,343 2G बीटीएस को 4G में अपग्रेड कर रही है।
इस योजना की कुल अनुमानित लागत 1,884.59 करोड़ रुपये है।
इसके अलावा मौजूदा 2G बीटीएस को अपग्रेड करने और नए क्षेत्रों में 4G सेवाएं पहुंचाने के लिए एक और योजना को 26,316 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बीएसएनएल का योगदान
केंद्रीय संचार मंत्री ने बताया कि भारत अब 4G नेटवर्क उपकरण बनाने वाला दुनिया का पांचवां देश बन गया है।
यह उपलब्धि देश की तकनीकी आत्मनिर्भरता को दर्शाती है। बीएसएनएल अब केवल स्वदेशी तकनीक का उपयोग करते हुए अपना नेटवर्क तैयार कर रहा है।
बीएसएनएल 5G नेटवर्क की योजना
जैसे ही 4G नेटवर्क के एक लाख टावर लगाने का लक्ष्य पूरा होगा, बीएसएनएल 5G नेटवर्क की स्थापना पर काम शुरू करेगा।
5G सेवाओं के लिए कंपनी पूरी तरह से भारतीय तकनीक और उपकरणों का उपयोग करेगी।
इस योजना के तहत बीएसएनएल ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में भी हाई-स्पीड कनेक्टिविटी लाने का प्रयास कर रही है, जिससे डिजिटल डिवाइड को कम किया जा सके।
दूरदराज के गांवों तक 4G कनेक्टिविटी पहुंचाना
बीएसएनएल का फोकस अब उन गांवों और क्षेत्रों तक 4G मोबाइल सेवाएं पहुंचाने पर है, जहां अभी तक कोई नेटवर्क नहीं पहुंच पाया है।
यह पहल भारत सरकार की डिजिटल इंडिया और समावेशी विकास नीति का अहम हिस्सा है।
यह ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, और कृषि जैसे क्षेत्रों में डिजिटल टेक्नोलॉजी के उपयोग को बढ़ावा देगा।
बीएसएनएल की प्रगति: सरकारी समर्थन और पारदर्शिता
बीएसएनएल को मिली इस सफलता में सरकार के सक्रिय सहयोग की अहम भूमिका है।
केंद्रीय कैबिनेट द्वारा परियोजनाओं को मंजूरी देना और फंडिंग उपलब्ध कराना यह दर्शाता है कि बीएसएनएल को लेकर सरकार गंभीर है।
इसके साथ ही पारदर्शिता और लोक जवाबदेही बढ़ाने के लिए सरकार लगातार संसद में जानकारी साझा कर रही है।
बीएसएनएल aका भविष्य: ग्राहक विश्वास और सेवा गुणवत्ता की ओर
ग्राहकों का भरोसा दोबारा जीतने में बीएसएनएल सफल होता दिख रहा है।
जिन उपभोक्ताओं ने पहले निजी टेलीकॉम कंपनियों की ओर रुख किया था, वे अब फिर से बीएसएनएल की सेवाओं को चुन रहे हैं।
इसके पीछे मुख्य कारण हैं:
- बेहतर नेटवर्क कवरेज
- सस्ती दरों पर प्लान्स
- भरोसेमंद सेवा
- ग्रामीण इलाकों में सक्रियता