शालीमार चौक को मिलेगा नया स्वरूप, CM रेखा गुप्ता ने रेहड़ी-पटरी वालों को दी राहत
“मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी के उत्तरी दिल्ली क्षेत्र में स्थित शालीमार गांव चौक से संबंधित एक अहम घोषणा की है। यह इलाका लंबे समय से भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम के लिए बदनाम रहा है, लेकिन अब इस क्षेत्र को पूरी तरह से नया रूप दिया जाएगा।“
CM रेखा गुप्ता ने क्यों लिया यह निर्णय?
स्थानीय निवासियों की शिकायतों का असर
वर्षों से शालीमार चौक में रहने वाले लोग ट्रैफिक जाम, अव्यवस्थित बाजार और रेहड़ी-पटरी वालों की अनियमितता से परेशान थे।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों की इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए इस क्षेत्र को सुगम, सुव्यवस्थित और स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया।
रेहड़ी-पटरी वालों के लिए अच्छी खबर
हटाने की नहीं, पुनर्व्यवस्था की योजना
CM गुप्ता ने साफ किया कि रेहड़ी वालों को हटाया नहीं जाएगा बल्कि उन्हें एक नई, सुनियोजित जगह दी जाएगी ताकि उनका रोजगार प्रभावित न हो और ट्रैफिक भी सुचारू रूप से चले।
यह पहल राजधानी में पहली बार व्यवस्थित स्ट्रीट वेंडिंग ज़ोन की तरफ एक बड़ा कदम है।
शालीमार गांव चौक: भीड़ और अव्यवस्था का केंद्र
क्यों है यह इलाका इतना संवेदनशील?
- यह चौक दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी इलाके को जोड़ता है
- आस-पास के स्कूल, बाजार, रिहायशी कॉलोनियां ट्रैफिक को प्रभावित करते हैं
- सड़क किनारे अतिक्रमण और रेहड़ियों की भरमार से मार्ग अवरुद्ध रहता है
नए सुधारात्मक उपायों की झलक
- सड़क चौड़ीकरण की योजना
- अस्थायी दुकानों के लिए निर्धारित स्थान
- ट्रैफिक सिग्नलों का पुनर्संयोजन
- निगरानी के लिए CCTV कैमरे
- स्थानीय प्रशासन के साथ नियमित बैठकें
CM रेखा गुप्ता की सोच: विकास के साथ मानवीय दृष्टिकोण
“विकास ऐसा हो जो किसी की रोज़ी-रोटी ना छीने”
CM गुप्ता ने कहा,
“हमारा मकसद विकास करना है, लेकिन उसके साथ उन लोगों को साथ लेकर चलना है जो फुटपाथ पर अपने जीवन की गाड़ी चला रहे हैं।”
यह बयान उनके संतुलित नेतृत्व और समावेशी दृष्टिकोण को दर्शाता है।
स्थानीय नागरिकों की प्रतिक्रिया
“सालों बाद किसी ने हमारी सुनी”
शालीमार गांव के निवासी विकास शर्मा ने कहा,
“हर रोज ट्रैफिक की वजह से स्कूल और ऑफिस देर से पहुंचते थे। अब उम्मीद है कि सुधार होगा।”
रेहड़ी विक्रेता सीमा देवी ने कहा,
“हमें डर था कि हटाएंगे, लेकिन हमें जगह दी जाएगी, ये सुनकर अच्छा लगा।”
स्मार्ट सिटी मिशन की दिशा में एक कदम
शालीमार चौक का पुनर्विकास दिल्ली के स्मार्ट सिटी लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
डिजिटल मैपिंग और प्लानिंग
नई योजना में GPS ट्रैकिंग, QR कोड आधारित स्टॉल रजिस्ट्रेशन और ई-चालान जैसी सुविधाएं शामिल की जाएंगी।
राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम है यह घोषणा
2025 में संभावित दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह घोषणा राजनीतिक रूप से भी काफी अहम मानी जा रही है।
यह दिखाता है कि मुख्यमंत्री गुप्ता केवल नीतिगत घोषणाएं नहीं कर रही हैं, बल्कि जमीनी स्तर पर कार्यों की शुरुआत भी कर रही हैं।
क्या यह मॉडल अन्य क्षेत्रों में भी लागू होगा?
CM गुप्ता ने संकेत दिया है कि यदि शालीमार चौक का मॉडल सफल रहता है, तो दिल्ली के अन्य व्यस्त बाजार क्षेत्रों जैसे करोल बाग, गांधी नगर, लक्ष्मी नगर आदि में भी यही योजना लागू की जाएगी।
CM रेखा गुप्ता की यह घोषणा केवल शालीमार चौक के लिए नहीं, बल्कि पूरे दिल्ली के लिए एक दिशा-निर्देशक पहल है।
जहां एक ओर जनता को ट्रैफिक से राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर रेहड़ी-पटरी व्यवसायियों को सम्मानजनक और सुरक्षित व्यापारिक स्थल मिलेगा।