सीआरपीएफ के नए महानिदेशक बने जीपी सिंह
“वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह (जीपी सिंह) ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक (DG) के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है। उन्होंने विशेष महानिदेशक वितुल कुमार से यह जिम्मेदारी ली, जो कार्यवाहक प्रमुख के रूप में सेवा दे रहे थे।“
जीपी सिंह 1991 बैच के असम-मेघालय कैडर के अधिकारी हैं और उनकी नियुक्ति 18 जनवरी 2025 को की गई थी। वे 30 नवंबर 2027 तक इस पद पर कार्यरत रहेंगे।
जीपी सिंह का पुलिस करियर और प्रमुख योगदान
असम पुलिस के डीजीपी के रूप में शानदार कार्यकाल
असम के पुलिस महानिदेशक (DGP) के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने कानून व्यवस्था को मजबूत किया और उग्रवाद विरोधी अभियानों को प्रभावी बनाया।
CAA विरोध प्रदर्शन के दौरान असम में शांति बनाए रखने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का नेतृत्व कर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए।
गैंडा संरक्षण कार्य बल के प्रमुख के रूप में उन्होंने अवैध शिकार के खिलाफ ठोस रणनीति अपनाई।
🔹 सीआरपीएफ प्रमुख के रूप में नई जिम्मेदारी
अब सीआरपीएफ प्रमुख के रूप में जीपी सिंह देशभर में बल के संचालन की देखरेख करेंगे, जिसमें—
✅ आतंकवाद विरोधी अभियान
✅ आंतरिक सुरक्षा
✅ हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखना शामिल है।
सीआरपीएफ, भारत का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में सुरक्षा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जीपी सिंह की प्रमुख उपलब्धियां और अनुभव
🔸 उग्रवाद विरोधी अभियानों में निपुण
असम में जोरहाट जिले में सेना की मदद के बिना सफल उग्रवाद विरोधी अभियान चलाया।
असम के विभिन्न जिलों में पुलिस अधिकारी के रूप में कानून व्यवस्था को मजबूत किया।
🔸 एसपीजी में प्रधानमंत्री सुरक्षा की जिम्मेदारी
2002 में SPG (विशेष सुरक्षा समूह) में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और डॉ. मनमोहन सिंह की सुरक्षा का कार्यभार संभाला।
🔸 राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) में शानदार कार्यकाल
2013 से 2019 तक NIA में महानिरीक्षक (IG) रहे।
समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट, मालेगांव ब्लास्ट, अजमेर शरीफ ब्लास्ट और मक्का मस्जिद ब्लास्ट की जांच में अहम भूमिका निभाई।
पुलवामा, उरी और पठानकोट हमलों की जांच में भी सक्रिय भूमिका अदा की।
जम्मू-कश्मीर में आतंक फंडिंग नेटवर्क खत्म करने के लिए कई बड़े कदम उठाए।
सीआरपीएफ के लिए क्या होंगे जीपी सिंह के अगले कदम?
आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने के लिए नई रणनीतियों का निर्माण।
सीआरपीएफ की क्षमताओं को और अधिक आधुनिक बनाना।
सुरक्षा बलों के लिए नए प्रशिक्षण कार्यक्रमों की शुरुआत।
तकनीक और खुफिया जानकारी का उपयोग बढ़ाना।
जीपी सिंह की सीआरपीएफ प्रमुख के रूप में नियुक्ति उनके समृद्ध अनुभव और सख्त प्रशासनिक नेतृत्व के कारण एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा, उग्रवाद विरोधी अभियानों और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में उनकी भूमिका बेहद अहम होगी।