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डिपो दर्पण पोर्टल और मोबाइल ऐप: गोदाम प्रबंधन में डिजिटल क्रांति की शुरुआत

डिपो दर्पण पोर्टल भारत सरकार की एक नई डिजिटल पहल है, जिसका उद्देश्य देशभर में खाद्यान्न भंडारण से जुड़े गोदामों की गुणवत्ता और कार्यप्रणाली को पारदर्शी और उच्च मानकों के अनुरूप बनाना है। इस नई प्रणाली की शुरुआत 20 मई 2025 को की जाएगी।

इस नवाचार को उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी लॉन्च करेंगे। यह पहल 2,278 गोदामों को सीधे डिजिटल नेटवर्क से जोड़ने का कार्य करेगी।

डिपो दर्पण पोर्टल: क्या है इसका उद्देश्य?

भंडारण प्रणाली में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करना

डिपो दर्पण पोर्टल के माध्यम से:

  • देश के विभिन्न FCI, CWC, और राज्य एजेंसी संचालित गोदामों को एक मंच पर लाया जाएगा।
  • प्रत्येक गोदाम का मूल्यांकन होगा और उसे डिजिटल रेटिंग प्रणाली से जोड़ा जाएगा।
  • पोर्टल पर इन्फ्रास्ट्रक्चर और संचालन कुशलता पर आधारित रिपोर्ट तैयार होगी।

इससे प्रदर्शन आधारित सुधार को बढ़ावा मिलेगा।

डिपो दर्पण पोर्टल की प्रमुख विशेषताएं

1. जियो टैगिंग के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर डेटा अपलोड

गोदाम प्रबंधकों को अपने भंडारण केंद्रों की जानकारी जियो-टैगिंग के माध्यम से अपलोड करनी होगी। इससे भंडारण केंद्र की वास्तविक स्थिति का 100% सत्यापन संभव होगा।

2. स्टार रेटिंग आधारित मूल्यांकन प्रणाली

हर गोदाम का मूल्यांकन दो श्रेणियों में किया जाएगा:

A. आधारभूत संरचना (Infrastructure Standards)

  • सुरक्षा व्यवस्था
  • भंडारण की स्थिति
  • पर्यावरण मानक
  • तकनीकी अपनापन
  • कानूनी अनुपालन

B. संचालन दक्षता (Operational Efficiency)

  • स्टॉक टर्नओवर
  • नुकसान का प्रतिशत
  • स्थान उपयोग
  • मानव संसाधन खर्च
  • लाभप्रदता

इन दोनों श्रेणियों के कुल स्कोर के आधार पर स्टार रेटिंग प्रदान की जाएगी।

स्मार्ट वेयरहाउसिंग तकनीक से होगा निगरानी तंत्र और मजबूत

3. IoT आधारित निगरानी प्रणाली

डिपो दर्पण पोर्टल में IoT सेंसर और CCTV निगरानी को जोड़ा जाएगा। यह निम्नलिखित पहलुओं की रियल टाइम ट्रैकिंग करेगा:

  • तापमान
  • आर्द्रता
  • कार्बन डाइऑक्साइड
  • फॉस्फीन गैस
  • आग का खतरा
  • अनधिकृत प्रवेश

4. पर्यवेक्षण अधिकारी की डिजिटल पहुंच

‘डिपो दर्पण मोबाइल ऐप’ से अधिकारी कहीं से भी गोदाम की कार्यप्रणाली पर निगरानी कर सकेंगे। इससे प्रशासनिक निर्णयों में पारदर्शिता और तेजी आएगी।

AI और डेटा टेक्नोलॉजी के साथ आधुनिक भारत की ओर

5. कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से होगी बैग काउंटिंग

प्रारंभिक चरण में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में निम्न तकनीकों को लागू किया गया है:

  • AI आधारित बैग काउंटिंग
  • ANPR तकनीक (वाहनों की स्वचालित पहचान)
  • Face Recognition System (FRS) से प्रवेश नियंत्रण

यह उपाय भंडारण केंद्रों में सुरक्षा और संचालन की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

क्यों है डिपो दर्पण पोर्टल देश के लिए अहम?

6. खाद्यान्न वितरण व्यवस्था में पारदर्शिता और दक्षता

भारत जैसे विशाल देश में खाद्यान्न भंडारण और वितरण प्रणाली की दक्षता राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा से जुड़ी है। डिपो दर्पण पोर्टल से:

  • घपले और गड़बड़ियों पर नियंत्रण
  • उचित रखरखाव और भंडारण की निगरानी
  • भविष्य के सुधारों के लिए डेटा एनालिसिस

सम्भव होगा।

डिपो दर्पण पोर्टल से जुड़ी संस्थाएं

  • भारतीय खाद्य निगम (FCI)
  • केंद्रीय भंडारण निगम (CWC)
  • राज्य एजेंसियाँ और निजी गोदाम

इन सभी को डिजिटल ढांचे में सम्मिलित किया जाएगा, जिससे एकीकृत और केंद्रीकृत सूचना प्रणाली बन सके।

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