भारत में डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) टेक्नोलॉजी लॉन्च: एचएमडी ग्लोबल का बड़ा कदम
“एचएमडी ग्लोबल ने फ्री स्ट्रीम टेक्नोलॉजीज, तेजस नेटवर्क्स और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर भारत में डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) फोन की बढ़ती मांग को पूरा करने की घोषणा की है। यह कदम भारत के तकनीकी परिदृश्य को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।“
वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट 2025 में होगी घोषणा
एचएमडी ग्लोबल इस नई योजना की औपचारिक घोषणा 1 से 4 मई तक मुंबई में आयोजित वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES 2025) के दौरान करेगा। इस अवसर पर डायरेक्ट-टू-मोबाइल टेक्नोलॉजी को प्रस्तुत किया जाएगा, जो बिना वाई-फाई और इंटरनेट कनेक्शन के ओटीटी, लाइव टीवी, वीडियो, ऑडियो और टेक्स्ट मैसेज को सीधे मोबाइल फोन पर प्रसारित करने में सक्षम होगी।
प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत’ दृष्टिकोण के अनुरूप
यह नवाचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ पहल के दृष्टिकोण को मजबूती प्रदान करता है। एचएमडी ग्लोबल और तेजस नेटवर्क्स मिलकर किफायती फीचर फोन, स्मार्टफोन और टैबलेट का निर्माण करेंगे, जो भारत में निर्मित होंगे और जिनमें सांख्य लैब्स के इनोवेटिव SL-3000 चिपसेट का उपयोग किया जाएगा।
उपभोक्ताओं के लिए मल्टीमीडिया एक्सेस होगा आसान
एचएमडी इंडिया और एपीएसी के वीपी और सीईओ रवि कुंवर ने बताया कि यह प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को एक विस्तृत श्रेणी के मल्टीमीडिया कंटेंट को सीधे उनके डिवाइस पर बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन के एक्सेस करने की सुविधा देगा। यह तकनीक डिजिटल कनेक्टिविटी के नए आयाम खोलेगी।
फ्री स्ट्रीम टेक्नोलॉजीज की भूमिका
फ्री स्ट्रीम टेक्नोलॉजीज के निदेशक सुमीत निंद्राजोग ने कहा कि यह तकनीक यूजर्स के कंटेंट और डेटा के उपभोग करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। एचएमडी ग्लोबल के साथ उनका सहयोग एक मजबूत डिवाइस इकोसिस्टम के निर्माण में मदद करेगा, जो भारत में D2M सर्विस के व्यापक प्रसार में सहायक सिद्ध होगा।
प्रसार भारती और आईआईटी कानपुर के परीक्षण
पिछले कुछ वर्षों में इस तकनीक का प्रसार भारती ने आईआईटी कानपुर और तेजस नेटवर्क्स के साथ मिलकर लाइव नेटवर्क में परीक्षण किया है। इन परीक्षणों के सफल परिणामों के आधार पर अब इसे वाणिज्यिक रूप से लॉन्च किया जा रहा है।
डी2एम टेक्नोलॉजी के लाभ
तेजस नेटवर्क्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष पराग नाइक ने डी2एम टेक्नोलॉजी की क्षमताओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह तकनीक टारगेटेड ऐड्स, शैक्षणिक सामग्री और आपातकालीन संदेशों की डिलीवरी को सुगम बनाएगी। यह डिजिटल रूप से सशक्त भारत के निर्माण में सरकार की योजनाओं के अनुरूप है।
वैश्विक उत्साह और समर्थन
सिनक्लेयर इंक के अध्यक्ष और सीईओ क्रिस रिप्ले ने भी इस परियोजना के प्रति उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि डी2एम तकनीक वैश्विक स्तर पर भी डिजिटल ब्रॉडकास्टिंग में नया अध्याय लिखने की क्षमता रखती है।