दिव्य कला मेला: फूड कोर्ट बना विभिन्न व्यंजनों का आकर्षण केंद्र
“22वें दिव्य कला मेले का आयोजन इस बार खासा चर्चा में है। कला और संस्कृति के इस भव्य आयोजन में जहाँ एक ओर देशभर की हस्तशिल्प वस्तुएँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों को आकर्षित कर रहे हैं, वहीं फूड कोर्ट मेले का मुख्य आकर्षण बन गया है। यहाँ भारत के विभिन्न राज्यों के पकवानों ने स्वाद के शौकीनों को अपनी ओर खींचा है।”
हर राज्य का जायका एक छत के नीचे
दिव्य कला मेले के फूड कोर्ट में इस बार उत्तर भारत, दक्षिण भारत, पश्चिम भारत और पूर्वोत्तर भारत के खास व्यंजनों को परोसा गया है। खाने के शौकीनों के लिए यह एक स्वाद यात्रा जैसा अनुभव साबित हो रहा है।
कुछ लोकप्रिय स्टॉल और उनके व्यंजन:
- दिल्ली का चाट बाजार – गोलगप्पे, चाट पापड़ी, आलू टिक्की जैसी चीजें लोगों को खूब पसंद आ रही हैं।
- राजस्थान के स्टॉल – दाल-बाटी-चूरमा और गट्टे की सब्जी ने पारंपरिक स्वाद के दीवानों को आकर्षित किया।
- पंजाब का तड़का – सरसों का साग-मक्के की रोटी और अमृतसरी कुलचे ने भीड़ को खूब लुभाया।
- दक्षिण भारतीय व्यंजन – डोसा, इडली, सांभर और फिल्टर कॉफी के स्वाद से लोगों को दक्षिण भारत की याद आ गई।
- बंगाली मिठाई स्टॉल – रसगुल्ला, संदेश और मिष्टी दोई जैसी मिठाइयों ने मीठा खाने वालों को खुश कर दिया।
- महाराष्ट्र के स्टॉल – वड़ा पाव, पाव भाजी और मिसल पाव ने फूड कोर्ट की रौनक बढ़ाई।
स्वाद और स्वास्थ्य का संतुलन
आयोजनकर्ताओं का कहना है कि मेले में परोसे जाने वाले सभी व्यंजन साफ-सफाई और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए तैयार किए गए हैं। “स्वाद के साथ स्वास्थ्य” की थीम को ध्यान में रखते हुए कई स्टॉल पर हल्के और पौष्टिक आहार भी उपलब्ध कराए गए हैं।
खाने के साथ मनोरंजन
फूड कोर्ट में संगीत और लाइव कुकिंग शो जैसे मनोरंजक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
- कई शेफ लाइव कुकिंग सेशन के जरिए पारंपरिक व्यंजनों को आधुनिक ट्विस्ट के साथ पेश कर रहे हैं।
- फूड प्रतियोगिता के दौरान बच्चों और बड़ों ने भाग लेकर अलग-अलग तरह के पकवान बनाए।
लोगों की प्रतिक्रिया
यहाँ आए कई लोगों ने कहा कि फूड कोर्ट ने उन्हें भारत की विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि का स्वाद चखा दिया।
अनुराधा शर्मा, एक दर्शक ने कहा:
“यह मेला खाने-पीने के दीवानों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। हर राज्य का स्वाद यहाँ मौजूद है।“
रोहित कुमार, एक स्थानीय पर्यटक बोले:
“हमने यहाँ वड़ा पाव और बंगाली मिठाई का लुत्फ उठाया। खाने की क्वालिटी और स्वाद दोनों बेहतरीन हैं।“
- भारत के 15+ राज्यों के व्यंजन
- साफ-सुथरी व्यवस्था और बैठने की सुविधा
- लाइव म्यूजिक और मनोरंजन