डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे विदेश मंत्री जयशंकर
“भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को वॉशिंगटन, डी.सी. में डोनाल्ड ट्रंप के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष दूत बनकर इस समारोह में शामिल हुए। जयशंकर प्रधानमंत्री मोदी का एक निजी पत्र भी लेकर गए, जिसमें भारत और अमेरिका के रिश्तों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है।”
भारत की शपथ ग्रहण में भागीदारी की परंपरा
भारत की यह परंपरा रही है कि वह विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के शपथ ग्रहण समारोह में अपने विशेष दूत भेजता है। हाल ही में, मई 2023 में नाइजीरिया के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भाग लिया था। इसी तरह, नवंबर 2023 में पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने मालदीव के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
शपथ ग्रहण समारोह की मुख्य झलकियां
- शुरुआत: डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति-निर्वाचित जेडी वांस के शपथ ग्रहण से पहले सेंट जॉन चर्च में प्रार्थना सभा आयोजित की गई।
- आगमन: समारोह से पहले ट्रंप ब्लेयर हाउस पहुंचे, जहां राष्ट्रपति जो बाइडन, प्रथम महिला जिल बाइडन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और उनके पति डगलस एमहॉफ ने उनका स्वागत किया।
- शपथ ग्रहण: जेडी वांस ने उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की।
- उद्घाटन भाषण: शपथ के बाद ट्रंप ने अपने उद्घाटन भाषण में अमेरिका के भविष्य और उनकी प्राथमिकताओं पर प्रकाश डाला।
समारोह का समापन
शपथ ग्रहण समारोह के बाद जो बाइडन, कमला हैरिस और उनके परिवारों के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति वांस ने महत्वपूर्ण दस्तावेजों, नामांकनों और कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। यह हस्ताक्षर समारोह 1981 में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के कार्यकाल के दौरान शुरू हुई परंपरा का हिस्सा है।
भारत-अमेरिका संबंधों का नया अध्याय
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के साथ, भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में नई ऊर्जा आने की संभावना है। विदेश मंत्री जयशंकर की उपस्थिति इस दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।