‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान: पीएम मोदी ने पर्यावरण संरक्षण की नई मुहिम शुरू की
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक अभिनव पहल ‘एक पेड़ मां के नाम’ की शुरुआत की। इस पहल के अंतर्गत, नागरिकों को अपनी मां के सम्मान में एक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि मातृत्व के प्रति संवेदना और सम्मान भी दर्शाता है।“
अभियान की शुरुआत कहां से हुई?
प्रधानमंत्री ने इस अभियान की शुरुआत नई दिल्ली के भगवान महावीर वनस्थली पार्क से की, जहां उन्होंने बरगद का पौधा रोपा। यह कार्यक्रम अरावली हरित दीवार परियोजना का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य है 700 किलोमीटर लंबी अरावली पर्वतमाला को फिर से हरियाली से भर देना।
‘एक पेड़ मां के नाम’ क्यों है खास?
मातृत्व का प्रतीक
यह अभियान एक अनूठा प्रयास है जो मां के संरक्षण और पोषण के गुणों को पेड़ के माध्यम से दर्शाता है। जिस प्रकार एक मां अपने बच्चों को पालती है, वैसे ही पेड़ भी जीवन को सहारा देते हैं।
पर्यावरणीय जरूरत के साथ भावनात्मक जुड़ाव
इस अभियान में भावनात्मक और पारिस्थितिक दोनों पक्ष शामिल हैं। हर व्यक्ति जो अपनी मां से प्रेम करता है, वह इस पहल में भाग लेकर समाज और प्रकृति दोनों का भला कर सकता है।
अरावली ग्रीन वॉल परियोजना: हरियाली का विस्तार
क्या है उद्देश्य?
- 29 जिलों में फैले अरावली पर्वत श्रृंखला के आसपास 5 किलोमीटर का बफर जोन बनाया जाएगा।
- हरित आवरण को बढ़ावा देना।
- जैव विविधता को पुनःस्थापित करना।
- जल स्रोतों का संरक्षण और मिट्टी की उर्वरता में सुधार करना।
- जलवायु परिवर्तन के प्रति लचीलापन विकसित करना।
रोजगार और आजीविका
इस परियोजना से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बनेंगे। वनीकरण और बहाली गतिविधियों से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा।
सतत विकास और भारत की प्रगति
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह बताया कि पिछले एक दशक में भारत में वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम देश को सतत विकास की दिशा में आगे ले जाते हैं।
स्वच्छ शहरी परिवहन की ओर एक और कदम
200 इलेक्ट्रिक बसों को दिखाई हरी झंडी
प्रधानमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए 200 नई इलेक्ट्रिक बसों को भी हरी झंडी दिखाई। ये बसें शहरी इलाकों में प्रदूषण को कम करने में सहायक होंगी और स्मार्ट व ग्रीन मोबिलिटी को समर्थन देंगी।
सामाजिक संदेश: एक पेड़, एक सम्मान
‘एक पेड़ मां के नाम’ केवल एक पौधा लगाने की बात नहीं है, यह एक सामाजिक जागरूकता अभियान है जो हर नागरिक को पर्यावरण और परिवार दोनों के प्रति ज़िम्मेदार बनाता है।
कैसे लें हिस्सा?
- अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाएं।
- पेड़ की फोटो सोशल मीडिया पर साझा करें।
- हैशटैग #EkPedMaaKeNaam का उपयोग करें।
- स्थानीय लोगों को भी प्रेरित करें।
इस अभियान के लाभ:
1. पर्यावरणीय लाभ:
- वायु शुद्धता में सुधार।
- जल संरक्षण।
- हरित आवरण में वृद्धि।
2. सामाजिक और भावनात्मक लाभ:
- माताओं के प्रति आदर भाव।
- सामाजिक एकजुटता और ज़िम्मेदारी का विकास।
‘एक पेड़ मां के नाम’ एक ऐसी पहल है जो व्यक्तिगत भावनाओं और सार्वजनिक ज़िम्मेदारी का अद्भुत संगम है। पेड़ लगाना एक छोटा कार्य लग सकता है, लेकिन इसके परिणाम दीर्घकालिक होते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल आने वाले समय में भारत को एक हरित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।