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गुकेश डोमराजू ने नॉर्वे शतरंज 2025 में कार्लसन को हराया, पीएम मोदी ने दी बधाई

भारत के उभरते हुए शतरंज सितारे गुकेश डोमराजू ने नॉर्वे शतरंज 2025 के छठे राउंड में इतिहास रच दिया। उन्होंने विश्व नंबर एक और पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को क्लासिकल शतरंज के प्रारूप में पहली बार हराया।

यह जीत केवल एक मैच नहीं थी, बल्कि गुकेश की संयम, योजना और मानसिक मजबूती का परिचायक बनी। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें भारतीय खेल जगत में नई ऊँचाई दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई

पीएम मोदी ने की सराहना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुकेश की जीत पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बधाई देते हुए लिखा:

“गुकेश की असाधारण उपलब्धि! सर्वश्रेष्ठ पर विजय पाने के लिए उन्हें बधाई। नॉर्वे शतरंज 2025 के राउंड 6 में मैग्नस कार्लसन के खिलाफ उनकी पहली जीत उनकी प्रतिभा और समर्पण को दर्शाती है।”

प्रधानमंत्री की यह प्रतिक्रिया यह साबित करती है कि गुकेश अब केवल भारत के नहीं, बल्कि विश्व स्तर के चेस सुपरस्टार बन चुके हैं।गुकेश की रणनीति और कार्लसन की चूक

समय की कमी ने खेल में मोड़ लाया

स्टावेंगर (नॉर्वे) में हुए इस मुकाबले में शुरुआत से ही खेल कठिन और संतुलित रहा। कार्लसन ने शुरुआती बढ़त बनाई और ऐसा लग रहा था कि वे दूसरी बार भी गुकेश को हरा देंगे। मगर अंतिम क्षणों में, समय की कमी के चलते कार्लसन ने एक गंभीर गलती की, जिसे गुकेश ने चतुराई से भुनाया।

गुकेश का मैच के बाद बयान

गुकेश ने खेल के बाद कहा:

“मैं ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था, मुझे बस इसका पूरा फायदा उठाना था। मैं ऐसे मूव बना रहा था, जो उसके लिए मुश्किल थे, और सौभाग्य से, वह समय की कमी में फंस गया।”

उनकी यह विनम्र प्रतिक्रिया उनकी परिपक्वता को दर्शाती है।

मैग्नस कार्लसन की प्रतिक्रिया और भावनात्मक क्षण

गुस्से में कार्लसन ने बोर्ड पर मारा मुक्का

हार के बाद कार्लसन बेहद हताश नजर आए। उन्होंने गुस्से में शतरंज बोर्ड को पटका और आयोजन स्थल से बाहर निकल गए। इससे यह साबित होता है कि यह हार उनके लिए कितना अप्रत्याशित और निराशाजनक रहा।

गुकेश ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

“यह समझ में आता है। मैंने भी अपने करियर में कई बार टेबल पर मुक्का मारा है।”

पहले हारे थे, अब ली वापसी

दबाव में भी दिखाया धैर्य

इससे पहले टूर्नामेंट के शुरुआती राउंड में गुकेश को कार्लसन से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उन्होंने उस हार से सीख ली और सबसे महत्वपूर्ण समय पर बदला लिया

नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट का प्रारूप और गुकेश की स्थिति

छह खिलाड़ी, डबल राउंड रॉबिन मुकाबले

नॉर्वे शतरंज 2025 टूर्नामेंट में कुल छह खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, और डबल राउंड रॉबिन प्रारूप में हर खिलाड़ी दो बार एक-दूसरे से खेलता है। इस संरचना में हर जीत काफी मायने रखती है।

गुकेश की यह जीत उनके लिए टूर्नामेंट में सशक्त स्थिति बनाए रखने में सहायक सिद्ध होगी।

गुकेश डोमराजू कौन हैं?

युवा चेस मास्टर का परिचय

  • उम्र: 19 वर्ष
  • स्थान: चेन्नई, भारत
  • उपलब्धि: विश्व चैंपियनशिप 2024 में सबसे युवा दावेदार
  • प्रशिक्षक: ग्रेजगोरज गजेवस्की
  • फोकस: क्लासिकल और रैपिड दोनों फॉर्मेट्स

गुकेश डोमराजू की कार्लसन पर जीत का महत्व

पहलूमहत्त्व
आत्मविश्वासविश्व चैंपियन को हराने से आत्मबल बढ़ा
रणनीतिमुश्किल समय में सही निर्णय लिए
अनुभवसमय प्रबंधन के महत्व को समझा
प्रेरणाअन्य युवा खिलाड़ियों के लिए आदर्श

गुकेश डोमराजू की कार्लसन पर जीत सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारतीय शतरंज इतिहास का गौरवपूर्ण क्षण है। यह साबित करता है कि भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, और अगर सही दिशा, समर्थन और मनोबल मिले, तो हमारे युवा विश्व मंच पर परचम लहरा सकते हैं।

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