NationalNewsWeather

16–22 जून: देशभर में भारी बारिश का अलर्ट, मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 16 से 22 जून 2025 के बीच देश के कई राज्यों में भीषण बारिश, आंधी और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा समुद्री क्षेत्रों में खराब मौसम और तेज लहरों के कारण मछुआरों को भी सख्त चेतावनी दी गई है।

दक्षिण भारत में भारी बारिश की संभावना

  • 16 जून:
    • तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे, उत्तर आंतरिक कर्नाटक में भारी वर्षा की संभावना।
  • 17 जून:
    • तटीय कर्नाटक में बारिश का प्रभाव रहेगा।
  • 18 जून:
    • तमिलनाडु क्षेत्र में बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान।

पश्चिमी भारत में तेज़ बारिश और हवाओं का कहर

  • कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ में 16 से 22 जून तक भारी से बहुत भारी वर्षा।
  • 16 और 17 जून को सौराष्ट्र और कच्छ में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है।
  • 30–40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं और आंधी की संभावना है।

पूर्व और मध्य भारत में लगातार मानसूनी प्रभाव

  • ओडिशा, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 16 से 20 जून तक बारिश।
  • 16–18 जून: ओडिशा में लगातार भारी बारिश।
  • 17–18 जून: छत्तीसगढ़ और गंगीय पश्चिम बंगाल।
  • 19–20 जून: मध्य प्रदेश और विदर्भ में भीषण बारिश।

उत्तर भारत में मानसून की दस्तक

  • उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 16–22 जून के दौरान बारिश।
  • राजस्थान, पंजाब, हरियाणा में 19 से 22 जून तक कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना।
  • 21–22 जून को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश में वर्षा की चेतावनी।

समुद्री चेतावनी: मछुआरों को सतर्कता आवश्यक

मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने की सलाह:

  • कोमोरिन क्षेत्र: 16–19 जून
  • गुजरात तट, कोंकण, गोवा, अरब सागर के पूर्व/पश्चिम भाग: 16–21 जून
  • केरल, कर्नाटक तट, लक्षद्वीप, मालदीव क्षेत्र: 16–19 जून
  • बंगाल की खाड़ी:
    • दक्षिण-पश्चिम भाग: 16–18 जून
    • मध्य भाग: 16–21 जून
    • उत्तर-पश्चिम भाग: 16–20 जून
  • श्रीलंका और तमिलनाडु तट: 16–19 जून
  • आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल तट: 16–20 जून
  • मन्नार की खाड़ी और अंडमान सागर: 16–20 जून

आईएमडी की इस विस्तृत चेतावनी को देखते हुए राज्य प्रशासन, किसानों, मछुआरों और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। लाइटनिंग, तेज हवाएं, और संभावित बाढ़ जैसी स्थितियों में सतर्कता ही सुरक्षा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *