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भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए डीआईए प्रमुख की आधिकारिक यात्रा

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा सहयोग और खुफिया साझेदारी को और मजबूत करने के लिए रक्षा खुफिया एजेंसी (डीआईए) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल डीएस राणा 19-21 मार्च तक ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य द्विपक्षीय रक्षा खुफिया सहयोग को बढ़ावा देना और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना है।

उच्चस्तरीय वार्ता: खुफिया सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा

इस यात्रा के दौरान, डीआईए प्रमुख ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इनमें रक्षा विभाग के उप सचिव, राष्ट्रीय खुफिया महानिदेशक, रक्षा खुफिया प्रमुख और ऑस्ट्रेलियाई रक्षा बल (ADF) के संयुक्त संचालन प्रमुख शामिल हैं।

वार्तालाप के मुख्य बिंदु:

खुफिया-साझाकरण तंत्र को और प्रभावी बनाना। , हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ाना। , भविष्य की रणनीतिक साझेदारी के अवसर तलाशना। , संयुक्त रक्षा अनुसंधान और प्रौद्योगिकी साझाकरण को बढ़ावा देना।

ऑस्ट्रेलिया की रक्षा संरचना को समझने का अवसर

यात्रा के दौरान डीआईए प्रमुख मुख्यालय संयुक्त संचालन कमान (HQ JOC) का दौरा करेंगे, जिससे उन्हें ऑस्ट्रेलिया की सैन्य रणनीति और संयुक्त कमान संरचनाओं के बारे में गहरी समझ प्राप्त होगी।

इसके अलावा, वह ऑस्ट्रेलियाई भू-स्थानिक संगठन (AGO) के निदेशक से भी मिलेंगे, जिससे दोनों देशों के बीच भू-स्थानिक खुफिया और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा होगी।

लोवी इंस्टीट्यूट के साथ रणनीतिक वार्ता

डीआईए प्रमुख की यात्रा में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय नीति थिंक टैंक ‘लोवी इंस्टीट्यूट’ से वार्ता भी शामिल होगी। इस वार्ता में भारत-ऑस्ट्रेलिया के रणनीतिक रक्षा संबंधों और सुरक्षा गतिशीलता पर चर्चा होगी।

“यह वार्ता हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगी।”

ऑस्ट्रेलियाई युद्ध स्मारक पर विशेष श्रद्धांजलि

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मजबूत रक्षा संबंधों और साझा सैन्य परंपराओं को सम्मान देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल डीएस राणा ऑस्ट्रेलियाई युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे

यह कदम दोनों देशों के रक्षा बलों के बीच पारस्परिक सम्मान और सहयोग को दर्शाता है। यह श्रद्धांजलि उन शहीद सैनिकों के सम्मान में दी जाएगी, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया

भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा सहयोग: एक नई दिशा

भारत और ऑस्ट्रेलिया मजबूत रक्षा साझेदार बनते जा रहे हैं। हाल के वर्षों में दोनों देशों ने: ✅ संयुक्त सैन्य अभ्यास (AUSINDEX) को बढ़ावा दिया है।रक्षा प्रौद्योगिकी और साइबर सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाया है।हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर सहमति जताई है।नौसैनिक और हवाई सुरक्षा मिशन में आपसी तालमेल बढ़ाया है।

यात्रा का महत्व और संभावित प्रभाव

लेफ्टिनेंट जनरल डीएस राणा की यह यात्रा भारत और ऑस्ट्रेलिया के रक्षा खुफिया संबंधों को एक नई दिशा देगी। इसके प्रमुख प्रभाव होंगे:

  • रक्षा और खुफिया साझाकरण को और गहरा करना।
  • हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा में योगदान देना।
  • संयुक्त रक्षा अनुसंधान और प्रौद्योगिकी सहयोग को मजबूत करना।
  • दोनों देशों की सैन्य रणनीतियों को समन्वित करना।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा सहयोग और खुफिया साझेदारी को और मजबूत करने के लिए यह यात्रा एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।

लेफ्टिनेंट जनरल डीएस राणा की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रक्षा खुफिया सहयोग में नई ऊर्जा आएगी और यह साझेदारी हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता में अहम भूमिका निभाएगी।

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