NationalNews

वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.2% पर पहुंची

वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में भारत की रियल जीडीपी वृद्धि दर बढ़कर 6.2% हो गई है, जो कि दूसरी तिमाही में 5.6% (संशोधित अनुमान) थी। यह जानकारी सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी की गई।

मंत्रालय के अनुसार, नॉमिनल जीडीपी वृद्धि दर इस तिमाही में 9.9% रहने का अनुमान है, जो आर्थिक गतिविधियों में सुधार को दर्शाता है।

वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ 6.5% रहने का अनुमान

सरकार द्वारा जारी किए गए अनुमानों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ 6.5% रहने की संभावना है। इस दौरान नॉमिनल जीडीपी वृद्धि दर 9.9% रहने का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा, सरकार ने दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए जीडीपी वृद्धि दर को संशोधित कर 5.6% कर दिया है, जो पहले 5.4% था।

रियल जीवीए में 6.4% की वृद्धि का अनुमान

वित्त वर्ष 2024-25 में रियल जीवीए (ग्रॉस वैल्यू एडेड) 171.80 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में यह 161.51 लाख करोड़ रुपये था। इस दौरान जीवीए वृद्धि दर 6.4% रहने की संभावना है, जो कि पिछले वित्त वर्ष में 8.6% थी।

नॉमिनल जीवीए के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में 300.15 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 274.13 लाख करोड़ रुपये था। इसमें 9.5% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई है।

विभिन्न सेक्टरों में वृद्धि की दर

  • मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 12.3% की वृद्धि दर्ज की गई।
  • कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 10.4% की वृद्धि हुई।
  • फाइनेंशियल, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सर्विसेज सेक्टर में 10.3% की ग्रोथ देखी गई।

भारत की जीडीपी वृद्धि दर में इस सुधार से आर्थिक गतिविधियों में तेजी देखने को मिली है। विभिन्न सेक्टरों में बेहतर प्रदर्शन के चलते अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। यह आर्थिक वृद्धि स्थिरता और सतत विकास की ओर एक सकारात्मक संकेत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *