भारत और जापान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘धर्म गार्जियन 2025’ 25 फरवरी से जापान में होगा आयोजित
“19 फरवरी 2025: भारत और जापान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘धर्म गार्जियन’ का छठा संस्करण 25 फरवरी से 9 मार्च 2025 तक जापान के माउंट फूजी में आयोजित किया जाएगा। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत शहरी युद्ध और आतंकवाद विरोधी अभियानों में दोनों देशों की सेनाओं की अंतर-संचालन क्षमता को मजबूत बनाना है।“
भारत-जापान रक्षा संबंधों को मिलेगी मजबूती
भारतीय सेना ने रविवार को जानकारी दी कि यह अभ्यास भारत और जापान के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा।
- यह अभ्यास भारतीय सेना और जापानी ग्राउंड सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JGSDF) के बीच सामरिक समन्वय और संयुक्त अभियानों की क्षमता बढ़ाने में सहायक होगा।
- यह आयोजन सेना प्रमुख (COAS) की अक्टूबर 2024 में जापान यात्रा के दौरान लिए गए रक्षा समझौतों को आगे बढ़ाने का हिस्सा है।
- यह अभ्यास आतंकवाद विरोधी अभियानों, युद्ध रणनीतियों और संयुक्त सैन्य अभियानों को और प्रभावी बनाने के लिए आयोजित किया जाता है।
संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘धर्म गार्जियन’ का महत्व
- संयुक्त सैन्य रणनीतियों को विकसित करना: भारत और जापान दोनों देशों की सेनाएं संचालन तकनीकों और रक्षा प्रक्रियाओं पर काम करेंगी।
- आतंकवाद विरोधी अभियानों पर फोकस: इसमें शहरी युद्ध, आतंकवाद विरोधी तकनीक, सामरिक ऑपरेशनों का अभ्यास किया जाएगा।
- संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों के लिए तैयारी: यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र (UN) के मानकों के तहत सैन्य अभियानों को अंजाम देने की रणनीति को मजबूती देगा।
‘धर्म गार्जियन 2024’ कहां आयोजित हुआ था?
इससे पहले ‘धर्म गार्जियन 2024’ का आयोजन मिस्र में जनवरी 2024 में किया गया था।
- भारत और मिस्र के बीच भी संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘साइक्लोन III’ फरवरी 2025 में राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया गया।
- यह अभ्यास भारत और मिस्र के बीच सैन्य संबंधों को मजबूत करने का वार्षिक कार्यक्रम है।
संयुक्त सैन्य अभ्यास के अन्य प्रमुख पहलू
- ‘साइक्लोन III’ अभ्यास में भारत और मिस्र के 25-25 सैनिकों ने हिस्सा लिया।
- भारत के दल में विशेष बल बटालियनों के सैनिक, जबकि मिस्र के दल में विशेष बल समूह और टास्क फोर्स के सैनिक शामिल थे।
- इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच रणनीतिक समन्वय और सैन्य सहयोग बढ़ाना था।
भारत और जापान के बीच ‘धर्म गार्जियन 2025’ सैन्य अभ्यास रक्षा साझेदारी को और मजबूत करेगा। इस अभ्यास से आतंकवाद विरोधी अभियानों में दक्षता, सैन्य रणनीतियों में सहयोग, और संयुक्त सैन्य ऑपरेशनों की प्रभावशीलता में वृद्धि होगी।