अमेरिका से निर्वासित भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार पर भारत की आपत्ति
भारत सरकार ने अमेरिका से निर्वासित भारतीय प्रवासियों के साथ कथित दुर्व्यवहार के मुद्दे को गंभीरता से उठाया है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शुक्रवार को इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि नई दिल्ली ने वाशिंगटन के समक्ष अपनी चिंताएं दर्ज कराई हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
सतत चर्चा में है यह मुद्दा – विदेश सचिव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी फ्रांस और अमेरिका यात्रा से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा,
“यह मुद्दा उठाना पूरी तरह जायज है। हम अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में हैं और यह चर्चा केवल एक बार की बातचीत तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि सतत रूप से जारी रहेगी।”
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि निर्वासित भारतीयों के साथ भी सम्मानजनक और निष्पक्ष व्यवहार होना चाहिए।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में दिया विस्तृत बयान
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में इस मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए कहा कि भारत ऐसे मामलों में एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन करता आ रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका से निर्वासन उड़ानों की मंजूरी और अनुमोदन की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि,
“सरकार इस बात को लेकर प्रतिबद्ध है कि किसी भी भारतीय नागरिक के साथ विदेश में किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
अवैध आव्रजन पर सख्त रुख अपनाने की जरूरत
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने यह भी स्पष्ट किया कि अवैध आव्रजन को बढ़ावा देने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जरूरत है।
उन्होंने कहा,
“हम उन तत्वों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेंगे जो अवैध प्रवास को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा, किसी भी निर्वासित व्यक्ति के साथ अनुचित व्यवहार को लेकर सरकार सतर्क बनी हुई है।”
भारत की अमेरिकी अधिकारियों से अपील
🔹 भारत ने अमेरिका से आग्रह किया है कि निर्वासित भारतीयों के साथ कोई दुर्व्यवहार न किया जाए।
🔹 अमेरिका से भारत लौटाए जा रहे नागरिकों को सम्मानजनक और मानवीय व्यवहार दिया जाना चाहिए।
🔹 भारत ने इस मुद्दे को राजनयिक स्तर पर गंभीरता से उठाया है और आगे भी चर्चा जारी रहेगी।
अमेरिका और भारत के बीच मजबूत कूटनीतिक संबंध
भारत और अमेरिका के संबंधों को ध्यान में रखते हुए यह मुद्दा कूटनीतिक स्तर पर अहम है। भारत ने हमेशा भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और सम्मानजनक व्यवहार की वकालत की है।
क्या है भारत का रुख?
✔️ भारतीय नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा पर जोर
✔️ अवैध प्रवासन रोकने के लिए कड़े कदम
✔️ अमेरिका से मजबूत राजनयिक बातचीत
✔️ सभी निर्वासित नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करना
भारत सरकार विदेशों में अपने नागरिकों के अधिकारों और सम्मान की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अमेरिका से निर्वासित भारतीयों के साथ हुए दुर्व्यवहार पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया है और अमेरिकी अधिकारियों से इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की अपील की है।
भारत का यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और अधिकारों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।