भारत सिंगापुर आतंकवाद सहयोग: ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर साझा रुख
“जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय झा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल सिंगापुर के दौरे पर है। इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य भारत में हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर, और आतंकवाद के खिलाफ नई रणनीति को साझा करना है।“
सिंगापुर की वरिष्ठ मंत्री से बैठक
प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर की वरिष्ठ राज्य मंत्री सिम एन के साथ मुलाकात की। बैठक में सीमा पार आतंकवाद, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और ऑपरेशन सिंदूर के मुद्दे पर गहन चर्चा हुई।
- सिम एन ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन किया।
- प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि भारत किसी भी आतंकी हमले का करारा जवाब देगा।
- सिंगापुर के साथ सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर चर्चा
संजय झा ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा की गई कार्रवाई, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर, की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन विशेष रूप से आतंकी ढांचे को खत्म करने के लिए शुरू किया गया है।
- ऑपरेशन सिंदूर तनाव नहीं बढ़ाने वाला लेकिन प्रभावी कदम है।
- भारत की रणनीति संयमित, उचित और जिम्मेदार है।
भारत का स्पष्ट संदेश: आतंकवाद बर्दाश्त नहीं
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर को यह भी बताया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ नरमी नहीं बरतेगा। यदि भविष्य में कोई हमला होता है, तो भारत पूरी शक्ति से जवाब देगा।
- भारत की रणनीति केवल सैन्य नहीं, कूटनीतिक भी है।
- प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि भारत परमाणु धमकियों को भी गंभीरता से लेगा, और उसका सख्ती से जवाब देगा।
संयुक्त राष्ट्र और FAFT मंचों पर सहयोग की मांग
बैठक में भारत ने यह भी आग्रह किया कि संयुक्त राष्ट्र, FAFT और अन्य बहुपक्षीय मंचों पर सिंगापुर भारत का समर्थन करे।
- भारत चाहता है कि ग्लोबल स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रुख अपनाया जाए।
- सिंगापुर ने भरोसा दिलाया कि दोनों देश मिलकर कार्य करेंगे।
प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से की मुलाकात
प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर में शिक्षाविदों, मीडिया प्रतिनिधियों, व्यवसायियों और सरकारी अधिकारियों से भी मुलाकात की। सभी ने भारत के आतंकवाद विरोधी रुख की सराहना की।
संजय झा ने एक्स पोस्ट में लिखा:
“हमने पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और भारत की नई रणनीति पर विस्तार से चर्चा की। हम जनिल पुथुचेरी और विक्रम नायर जैसे नेताओं का सहयोग के लिए आभार प्रकट करते हैं।”
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल था?
इस दौरे में शामिल प्रमुख प्रतिनिधि:
- भाजपा: अपराजिता सारंगी, बृज लाल, हेमंग जोशी, प्रदान बरुआ
- तृणमूल कांग्रेस: अभिषेक बनर्जी
- CPI(M): जॉन बैरिटास
- कांग्रेस: वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद
- पूर्व राजदूत: मोहन कुमार
यह प्रतिनिधिमंडल भारत के राजनीतिक वर्ग की एकता और साझी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती
सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग ने कहा कि भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं और दोनों देश क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर मिलकर कार्य कर रहे हैं।
- दोनों देशों के बीच रक्षा, व्यापार, शिक्षा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ रहा है।
- आतंकवाद के खिलाफ रणनीतिक साझेदारी भी इन संबंधों का हिस्सा बन गई है।
भारत सिंगापुर आतंकवाद सहयोग के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू हुआ है। भारत की नई रणनीति का अंतरराष्ट्रीय मंचों पर समर्थन सुनिश्चित करना इस दौरे का उद्देश्य था। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत का सशक्त, संयमित और जिम्मेदार रुख सामने आया। इस दौरे से यह भी स्पष्ट हो गया कि भारत आतंकी गतिविधियों के खिलाफ पूरी तरह से सजग और सक्रिय है और वैश्विक सहयोग को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।