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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड की मुलाकात, भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों पर चर्चा”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग और खुफिया जानकारी साझा करने के मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। इस बैठक से दोनों देशों के बीच सामरिक और रक्षा संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।

बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा:

“अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मिलकर खुशी हुई। हमने रक्षा सहयोग और सूचना साझेदारी को लेकर चर्चा की, जिससे भारत-अमेरिका संबंध और मजबूत होंगे।”

भारत दौरे पर तुलसी गबार्ड, रायसीना डायलॉग में लेंगी भाग

तुलसी गबार्ड भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं और इस दौरान वह 18 मार्च को “रायसीना डायलॉग” में भी भाषण देंगी। यह भारत का सबसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और नीति सम्मेलन है। इस सम्मेलन में कई वैश्विक नेताओं और विशेषज्ञों की भागीदारी होगी।

गबार्ड की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के ठीक बाद हो रही है। उस दौरान पीएम मोदी और गबार्ड की मुलाकात हुई थी, जिसमें भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा हुई थी।

भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग पर हुई महत्वपूर्ण चर्चा

भारत और अमेरिका के बीच पिछले कुछ वर्षों में रक्षा सहयोग में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इस बैठक में निम्नलिखित विषयों पर चर्चा हुई:

1. रक्षा सहयोग को और मजबूत करने पर जोर

  • भारत और अमेरिका के बीच रक्षा साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा हुई।
  • संयुक्त सैन्य अभ्यास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर फोकस किया गया।
  • भारत की रक्षा क्षमताओं को उन्नत करने के लिए प्रौद्योगिकी और रक्षा उपकरणों की आपूर्ति पर चर्चा की गई।

2. खुफिया जानकारी साझा करने पर सहमति

  • आतंकवाद और साइबर सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच खुफिया जानकारी साझा करने की प्रक्रिया को और मजबूत करने की योजना बनी।
  • भारत की सुरक्षा एजेंसियों और अमेरिकी खुफिया विभाग के बीच सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।

3. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग

  • हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव और सुरक्षा चुनौतियों पर भी चर्चा हुई।
  • भारत और अमेरिका की नौसेनाओं के बीच सहयोग को और मजबूत करने पर बातचीत हुई।

रायसीना डायलॉग 2025: भारत के सबसे बड़े नीति सम्मेलन में गबार्ड का संबोधन

रायसीना डायलॉग भारत का सबसे प्रतिष्ठित वैश्विक नीति और आर्थिक सम्मेलन है। यह 17-19 मार्च 2025 तक आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में तुलसी गबार्ड ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) के अध्यक्ष समीर सरन के साथ चर्चा करेंगी।

इस सम्मेलन की मुख्य विशेषताएँ:

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।
  • न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन मुख्य भाषण देंगे।
  • विभिन्न देशों के शीर्ष नेता, नीति-निर्माता और विशेषज्ञ इसमें भाग लेंगे।
  • भारत की रणनीतिक और सुरक्षा नीतियों पर चर्चा होगी।
  • ग्लोबल गवर्नेंस, साइबर सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक अर्थव्यवस्था जैसे विषयों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।

भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों में हालिया प्रगति

भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग में हाल के वर्षों में तेजी से वृद्धि हुई है। दोनों देशों ने कई महत्वपूर्ण रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं:

  • COMCASA (2018): भारत और अमेरिका के बीच संचार सुरक्षा समझौता, जिससे दोनों देशों की सेनाएँ सुरक्षित संचार कर सकती हैं।
  • BECA (2020): भू-स्थानिक डेटा साझा करने का समझौता, जिससे भारत को सटीक सैन्य संचालन में मदद मिलती है।
  • LEMOA (2016): सैन्य बेस साझा करने का समझौता, जिससे दोनों देश एक-दूसरे की सैन्य सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं।

इन समझौतों के तहत भारत अमेरिकी रक्षा तकनीक और हथियार प्रणालियों तक अधिक पहुंच प्राप्त कर सका है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड की मुलाकात भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस बैठक में सुरक्षा सहयोग, खुफिया जानकारी साझा करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा हुई।

रायसीना डायलॉग 2025 में गबार्ड का संबोधन भी भारत-अमेरिका संबंधों की गहराई को दर्शाता है। इससे यह साफ होता है कि दोनों देश वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता रक्षा सहयोग दोनों देशों की सुरक्षा रणनीतियों को और प्रभावी बनाएगा और वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को और मजबूत करेगा। 🚀

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