भारतीय सेना को मिले 491 युवा अफसर, ली भारत माता की रक्षा की शपथ
भारतीय सेना को आज 491 युवा और साहसी अधिकारी मिले, जिन्होंने अपने प्रशिक्षण का अंतिम पग पार करते हुए भारत माता की रक्षा की शपथ ली। इन नव नियुक्त अधिकारियों के समर्पण और दृढ़ निश्चय ने देश के भविष्य के सुरक्षा प्रहरी के रूप में उनकी भूमिका को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
पासिंग आउट परेड का आयोजन
यह भव्य समारोह भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में आयोजित किया गया, जहां ये युवा अधिकारी पासिंग आउट परेड के साथ राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित हो गए।
मुख्य आकर्षण:
- उत्साह और गर्व का माहौल: परेड के दौरान देशभक्ति का माहौल देखने को मिला।
- सैन्य गौरव का प्रदर्शन: अधिकारियों ने शानदार मार्चपास्ट कर अपनी ट्रेनिंग का प्रदर्शन किया।
- राष्ट्र की सेवा का संकल्प: सभी अधिकारियों ने भारतीय संविधान और तिरंगे की शान में शपथ ली।
491 युवा अधिकारियों का स्वागत
इस वर्ष 491 युवा अधिकारियों ने अपने कठिन प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया और सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में शामिल हुए। ये युवा अफसर भविष्य में देश की सीमाओं की रक्षा और सुरक्षा के लिए तैयार हैं।
सेना प्रमुख का संदेश
इस अवसर पर सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और मुख्य अतिथि ने इन नव नियुक्त अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा:
“आपका यह सफर सिर्फ एक शुरुआत है। देश की रक्षा और सम्मान के लिए आपकी निष्ठा और बलिदान की जरूरत होगी।”
भारत माता की रक्षा का संकल्प
491 युवा अफसरों ने देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा की शपथ लेते हुए अपने परिवार, देश और सेना के गौरव को बनाए रखने का वादा किया। यह क्षण न केवल अधिकारियों के लिए बल्कि उनके परिवारों के लिए भी गर्व का पल था।
भारतीय सेना में शामिल होने का महत्व
- राष्ट्र सेवा का मौका: भारतीय सेना में शामिल होना एक गौरवशाली जिम्मेदारी है।
- सुरक्षा और समर्पण: देश की सीमाओं की रक्षा करना और देशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- युवा नेतृत्व: यह युवा अधिकारी आने वाले समय में भारतीय सेना की रीढ़ बनेंगे।
भारतीय सेना में 491 युवा अधिकारियों का शामिल होना राष्ट्र के लिए गर्व की बात है। इन नव नियुक्त अधिकारियों ने भारत माता की रक्षा की शपथ लेते हुए यह साबित कर दिया कि देश की सुरक्षा उनके लिए सर्वोपरि है। यह क्षण देश के भविष्य और सुरक्षा के लिए नए विश्वास और समर्पण की मिसाल है।