भारतीय शेयर बाजार में गिरावट: सेंसेक्स और निफ्टी की कमजोरी के कारण निवेशकों की चिंता बढ़ी
“मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में मुनाफावसूली और वैश्विक संकेतों के कारण गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में बंद हुए। इस गिरावट की मुख्य वजह एफएमसीजी, आईटी, ऑटो और मेटल सेक्टर में बिकवाली रही।“
सेंसेक्स और निफ्टी की स्थिति
कारोबार के अंत में, सेंसेक्स 624.82 अंक या 0.76 प्रतिशत टूटकर 81,551.63 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 174.95 अंक या 0.70 प्रतिशत गिरकर 24,826.20 पर बंद हुआ। दिन की शुरुआत से ही बाजार में कमजोरी दिख रही थी और यह पूरे दिन बनी रही।
गिरावट में कौन से सेक्टर रहे आगे
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की अगुवाई प्रमुख क्षेत्रों ने की। इनमें सबसे ज्यादा नुकसान इन सेक्टरों को हुआ:
- एफएमसीजी सेक्टर: 0.88% की गिरावट
- आईटी सेक्टर: 0.75% गिरा
- ऑटो सेक्टर: 0.70% नुकसान में रहा
- मेटल सेक्टर: बिकवाली का दबाव अधिक रहा
इन सेक्टरों में गिरावट के कारण संवेदी सूचकांकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
स्मॉलकैप और मिडकैप में दिखी मजबूती
जहां एक ओर लार्जकैप शेयरों में बिकवाली हुई, वहीं स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में खरीदारी देखने को मिली:
- निफ्टी मिडकैप 100: 0.15% चढ़कर 57,154.50
- निफ्टी स्मॉलकैप 100: 0.10% की बढ़त के साथ 17,725.15
यह स्पष्ट करता है कि छोटे और मध्यम आकार की कंपनियों में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है।
टॉप गेनर्स और लूजर्स
टॉप गेनर्स:
- इंडसइंड बैंक
- सन फार्मा
- अदाणी पोर्ट्स
- नेस्ले इंडिया
- एशियन पेंट्स
टॉप लूजर्स:
- आईटीसी
- टाटा मोटर्स
- एनटीपीसी
- एक्सिस बैंक
- एचसीएल टेक
- बजाज फाइनेंस
- टीसीएस
- रिलायंस इंडस्ट्रीज
इन कंपनियों में भारी बिकवाली के कारण बाजार पर दबाव बना रहा।
एशियाई बाजारों की कमजोरी का असर
भारतीय शेयर बाजार की कमजोरी का एक कारण एशियाई बाजारों में गिरावट भी रहा। अधिकांश एशियाई बाजार लाल निशान में बंद हुए, जिससे वैश्विक निवेशकों का मूड भी प्रभावित हुआ।
तकनीकी विश्लेषण से संकेत
एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे ने बताया कि निफ्टी पिछले 10-11 सत्रों से एक सीमा में चल रहा है। हालांकि, शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से ऊपर होने के कारण ट्रेंड अभी भी मजबूत है।
- रिजिस्टेंस लेवल: 25,000 से 25,150
- सपोर्ट लेवल: 24,700
इससे संकेत मिलता है कि यदि बाजार में सकारात्मक संकेत मिलते हैं तो यह फिर से ऊपर जा सकता है।
दिन की शुरुआत से ही दिखी कमजोरी
बाजार की शुरुआत भी कमजोर रही थी। सुबह करीब 9:28 बजे:
- सेंसेक्स 747.69 अंक टूटकर 81,428.76 पर था
- निफ्टी 204.10 अंक गिरकर 24,797.05 पर कारोबार कर रहा था
यह गिरावट विदेशी संकेतों और घरेलू मुनाफावसूली के कारण देखी गई।
निवेशकों के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए?
- सावधानीपूर्वक निवेश करें: बाजार में अस्थिरता है, इसलिए जोखिम समझकर ही निवेश करें।
- मिडकैप और स्मॉलकैप पर नजर रखें: इन शेयरों में निवेशकों का झुकाव बढ़ रहा है।
- टेक्निकल स्तरों पर नजर रखें: ट्रेंड लाइन, सपोर्ट और रेजिस्टेंस का पालन जरूरी है।
मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में मुनाफावसूली और वैश्विक संकेतों की वजह से गिरावट रही। हालांकि, मिडकैप और स्मॉलकैप में निवेशकों का विश्वास दिखा। विशेषज्ञों के अनुसार बाजार की दिशा अभी भी मजबूत है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। आने वाले दिनों में विदेशी संकेत और घरेलू नीति की घोषणाएँ बाजार की दिशा तय करेंगी।