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जम्मू-कश्मीर में विकास की रफ्तार तेज, अनुच्छेद 370 हटने के बाद तरक्की की नई इबारत

अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में विकास की रफ्तार, नई कनेक्टिविटी और ऊर्जा परियोजनाओं से बदल रहा है ‘धरती का स्वर्ग’

श्रीनगर / जम्मू, अप्रैल 2025:
"जम्मू-कश्मीर, जिसे कभी आतंकवाद और अस्थिरता से जोड़ा जाता था, आज तेज रफ्तार विकास और कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट्स की वजह से नई पहचान बना रहा है।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद, केंद्र सरकार द्वारा किए गए बुनियादी ढांचे, रेल संपर्क, सुरंग निर्माण और ऊर्जा योजनाओं ने ‘धरती के स्वर्ग’ को तरक्की के पथ पर अग्रसर कर दिया है।"


श्रीनगर-कटरा वंदे भारत रेल सेवा: जल्द हो सकता है शुभारंभ

बहुप्रतीक्षित श्रीनगर-कटरा वंदे भारत ट्रेन सेवा अब पूरी तरह से तैयार है।
जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन कर सकते हैं।
यह ट्रेन सेवा उधमपुर-कटरा-बनहाल-श्रीनगर रेल लिंक के जरिए कश्मीर को देश की रेल नेटवर्क से स्थायी रूप से जोड़ेगी, जिससे यात्रियों और व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी।


रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सुरंगें: Z-मोड़ और ज़ोजी-ला सुरंग

🔹 Z-मोड़ सुरंग (6.5 किमी)

जनवरी 2025 में उद्घाटन हुई यह सुरंग सोनमर्ग को सभी मौसमों में जोड़ती है, जो पर्यटक और सुरक्षा दोनों ही दृष्टियों से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

🔹 ज़ोजी-ला सुरंग (14.2 किमी, निर्माणाधीन)

यह सुरंग कश्मीर को लद्दाख से जोड़ेगी और यह एशिया की सबसे लंबी सड़क सुरंग बनने की दिशा में अग्रसर है।


विश्व स्तरीय रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर

🔹 चिनाब ब्रिज

दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल, जो एफिल टॉवर से भी ऊंचा है।
यह पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा है और कश्मीर को भारत से स्थायी रेल संपर्क देने का लक्ष्य रखता है।

🔹 अंजी खाद पुल

भारत का पहला केबल-स्टेड रेलवे पुल, जो कटरा और रियासी के बीच के संपर्क को बेहतर बनाता है।


ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम

🔹 किशनगंगा जलविद्युत परियोजना

330 मेगावाट क्षमता की यह परियोजना 2018 में शुरू की गई थी और इससे घाटी के कई क्षेत्रों में रोशनी फैली है।

🔹 बगलीहार बांध परियोजना (चरण-2)

दूसरे चरण में 450 मेगावाट की अतिरिक्त बिजली उत्पादन क्षमता जुड़ने से क्षेत्र में ऊर्जा आपूर्ति को मजबूती मिली है।


धारा 370 के बाद बदलाव की लहर

2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद, सरकार ने जम्मू-कश्मीर में:

  • पर्यटन को पुनर्जीवित करने
  • औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने
  • युवाओं को रोज़गार देने
  • सुरक्षा और संचार सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कई प्रयास किए हैं।

प्रमुख उपलब्धियों का सारांश

परियोजनाउद्देश्यस्थिति
श्रीनगर-कटरा वंदे भारत ट्रेनरेल संपर्क और तीव्र आवागमनपूर्ण, उद्घाटन जल्द
Z-मोड़ सुरंगसोनमर्ग की चार मौसमों में कनेक्टिविटीचालू
ज़ोजी-ला सुरंगकश्मीर-लद्दाख सीधा संपर्कनिर्माणाधीन
चिनाब ब्रिजकश्मीर को भारत से जोड़ने वाला रेल पुलपूरा
अंजी खाद पुलकेबल-स्टेड रेलवे पुलचालू
किशनगंगा परियोजनाऊर्जा आपूर्तिचालू
बगलीहार बांधऊर्जा उत्पादन में वृद्धिपूरा

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