पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर का निधन, जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप ने जताया शोक
“पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन से अमेरिका ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में शोक की लहर है। जिमी कार्टर ने 1977 से 1981 तक अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया और अपने कार्यकाल में मानवाधिकारों और वैश्विक शांति के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।”
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जिमी कार्टर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “जिमी कार्टर एक सच्चे नेता और मानवता के प्रतीक थे। उनका जीवन प्रेरणा से भरा हुआ था। उन्होंने अमेरिका और पूरी दुनिया के लिए जो योगदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।”
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “जिमी कार्टर ने अपने नेतृत्व और मानवीय प्रयासों से दुनिया पर गहरी छाप छोड़ी। उनका जीवन एक उदाहरण है।”
जिमी कार्टर का योगदान:
- मानवाधिकारों के लिए संघर्ष: जिमी कार्टर ने अपने कार्यकाल में मानवाधिकारों के लिए जोरदार अभियान चलाया।
- मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया: उन्होंने कैंप डेविड समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने इजरायल और मिस्र के बीच शांति स्थापित की।
- पर्यावरण संरक्षण: उन्होंने पर्यावरण और ऊर्जा संकट को हल करने के लिए कई नीतियां बनाई।
राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद भी जिमी कार्टर ने कार्टर सेंटर की स्थापना की, जो गरीबी उन्मूलन और बीमारी के खिलाफ काम करता है। उनके मानवीय कार्यों के लिए उन्हें 2002 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
जिमी कार्टर के निधन पर विश्वभर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने अपने जीवन में जो आदर्श स्थापित किए, वे हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेंगे।
जिमी कार्टर का जीवन न केवल एक नेता के रूप में, बल्कि एक मानवतावादी के रूप में भी प्रेरणा देने वाला था। उनका निधन एक युग के अंत का प्रतीक है। उनकी विरासत हमेशा याद की जाएगी।