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महाकुंभ 2025: एकता और आध्यात्मिकता का भव्य संगम, पीएम मोदी और सीएम योगी ने सराहा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के भव्य और सफल आयोजन का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व को दिया। उन्होंने इसे “एकता, समानता और सद्भाव का महायज्ञ” बताते हुए इस ऐतिहासिक आयोजन की सराहना की।

प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन के लिए आभार

सीएम योगी ने प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन की प्रशंसा करते हुए कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री जी, आपके नेतृत्व में महाकुंभ-2025, प्रयागराज भव्यता और दिव्यता के साथ नई ऊंचाइयों को छूते हुए संपन्न हुआ। यह आयोजन सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था के नए मानक स्थापित कर गया है।”

66 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान

महाकुंभ 2025 में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई। सीएम योगी ने कहा कि यह आयोजन न केवल आध्यात्मिकता बल्कि सामाजिक एकता और शांति का भी प्रतीक बना।

‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना का उत्सव

महाकुंभ 2025 को मानवता का उत्सव बताते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह आयोजन ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को मजबूत करता है और संपूर्ण विश्व को एकता और समरसता का संदेश देता है।

पीएम मोदी ने ब्लॉग में आयोजन की प्रशंसा की

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ब्लॉग में महाकुंभ 2025 के ऐतिहासिक आयोजन की सराहना की और कहा कि यह एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्सव है। उन्होंने देशवासियों से एकजुट होकर भारत के विकास के महायज्ञ में शामिल होने का आह्वान किया।

महाकुंभ आयोजन की कठिनाइयों पर पीएम मोदी का संदेश

पीएम मोदी ने महाकुंभ की भव्यता और चुनौतियों पर भी बात की। उन्होंने कहा, “इतना बड़ा आयोजन करना आसान नहीं था। मैं मां गंगा, यमुना और सरस्वती से प्रार्थना करता हूं कि यदि किसी प्रकार की कोई कमी रह गई हो, तो हमें क्षमा करें।”

महाकुंभ 2025: ऐतिहासिक आयोजन की मान्यता

महाकुंभ 2025 को भारत के सबसे बड़े और ऐतिहासिक आयोजनों में से एक माना जा रहा है। इस आयोजन ने न केवल भारत की आध्यात्मिक विरासत को मजबूत किया बल्कि लॉजिस्टिक्स और प्रबंधन की अद्भुत क्षमता को भी दर्शाया।

महाकुंभ 2025, अपनी भव्यता और दिव्यता के साथ विश्वभर में एक ऐतिहासिक आयोजन के रूप में दर्ज हो गया है। पीएम मोदी और सीएम योगी की अगुवाई में यह आयोजन न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से बल्कि संगठनात्मक कौशल के लिए भी एक मिसाल बन गया है।

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