राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार: राष्ट्रपति ने किया सम्मानित, कहा- विकसित राष्ट्र के लिए ग्रामीण विकास अहम
“नई दिल्ली: राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा कि विकसित भारत बनाने के लिए गांवों और ग्रामीणों का सशक्त विकास जरूरी है। इस समारोह में देशभर की सर्वश्रेष्ठ पंचायतों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने ग्रामीण विकास, स्वच्छता, और डिजिटल सशक्तिकरण में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।”
ग्रामीण विकास की अहम भूमिका
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि देश की आर्थिक प्रगति और समाज का सशक्तिकरण तभी संभव है जब ग्रामीण भारत मजबूत होगा। गांवों के विकास से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए सामाजिक-आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।
पुरस्कार प्राप्त पंचायतों की विशेष उपलब्धियां
सम्मानित पंचायतों ने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किए, जैसे:
- स्वच्छता और स्वास्थ्य: स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण और स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास।
- डिजिटल इंडिया: पंचायतों में डिजिटल तकनीक का उपयोग, जैसे- ई-गवर्नेंस और ऑनलाइन सेवाएं।
- पर्यावरण संरक्षण: जल संरक्षण और हरित क्षेत्र को बढ़ावा देने के प्रयास।
- शिक्षा और कौशल विकास: ग्रामीण युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम।
विकसित भारत की दिशा में ग्रामीण योगदान
राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि पंचायतें स्थानीय प्रशासन की महत्वपूर्ण इकाई हैं। उनके प्रयास से ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार हुआ है। उन्होंने पंचायतों को और अधिक सशक्त बनाने पर बल दिया ताकि वे विकास की प्रक्रिया में प्रमुख भूमिका निभा सकें।
सरकार की योजनाओं का प्रभाव
केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही योजनाएं, जैसे:
- स्वच्छ भारत मिशन
- प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान
- मनरेगा
- जल जीवन मिशन
इन योजनाओं का प्रभाव पंचायतों के माध्यम से जमीनी स्तर तक पहुंच रहा है।
राष्ट्रपति का आह्वान
राष्ट्रपति ने सभी पंचायतों से अपील की कि वे स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, और स्मार्ट तकनीक को अपनाकर विकास की गति को और तेज किया जा सकता है।