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नवरात्रि पर आकाशवाणी आराधना चैनल की भक्ति श्रृंखला: 30 मार्च से 6 अप्रैल तक विशेष प्रसारण

नवरात्रि 2025 के पावन अवसर पर भारत के प्रतिष्ठित सार्वजनिक प्रसारक आकाशवाणी के आराधना यूट्यूब चैनल ने श्रोताओं और दर्शकों के लिए एक सप्ताह भर चलने वाली भक्ति और आध्यात्मिकता से परिपूर्ण विशेष श्रृंखला की घोषणा की है। यह श्रृंखला 30 मार्च से 6 अप्रैल 2025 तक चलेगी और इसका समापन राम नवमी के पावन पर्व पर अयोध्या से सीधे प्रसारण के साथ होगा।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को डिजिटल माध्यम से नई पीढ़ी तक पहुँचाना है।

भक्ति और श्रद्धा से भरी होगी नवरात्रि की यह यात्रा

सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, आराधना चैनल प्रत्येक दिन सुबह 8:00 बजे से रात 8:00 बजे तक विशेष भक्ति कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रस्तुत करेगा। इस श्रृंखला का उद्देश्य श्रोताओं को नवरात्रि के नौ दिनों के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व से जोड़ना है।

प्रत्येक दिन के कार्यक्रम इस प्रकार होंगे:

सुबह 8:30 बजे – शक्ति आराधना

हर दिन सुबह 8:30 से 8:40 बजे तक ‘शक्ति आराधना’ नामक विशेष खंड का प्रसारण किया जाएगा। इसमें मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना की जाएगी। इस कार्यक्रम में भाग लेंगे भक्ति संगीत के दिग्गज कलाकार:

  • अनूप जलोटा
  • नरिंदर चंचल
  • जगजीत सिंह
  • हरिओम शरण
  • महेंद्र कपूर
  • अनुराधा पौडवाल

इन कलाकारों की आवाज़ में गाए गए नवरात्र भजन श्रोताओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देंगे।

सुबह 9:00 बजे – देवी माँ के अनेक स्वरूप

सुबह 9:00 बजे से 9:30 बजे तक प्रसारित होने वाली इस विशेष श्रृंखला में देवी दुर्गा के नौ रूपों की कहानियाँ, उनसे जुड़ी कथाएँ और प्रेरणादायक प्रसंग सुनाए जाएँगे। यह खंड न केवल धार्मिक जानकारी देगा, बल्कि भक्तों को गहराई से आध्यात्मिक जुड़ाव का अनुभव भी कराएगा।

शक्ति पीठों पर विशेष प्रसारण

आराधना चैनल पूरे भारत के प्रमुख शक्ति पीठों और मंदिरों पर आधारित विशेष डॉक्यूमेंट्री और कार्यक्रम भी दिखाएगा, जैसे:

  • वैष्णो देवी (जम्मू)
  • कामाख्या देवी (असम)
  • अंबा जी (गुजरात)
  • कालीघाट (कोलकाता)
  • कन्याकुमारी देवी मंदिर (तमिलनाडु)

इन कार्यक्रमों के माध्यम से दर्शकों को भारत की सांस्कृतिक विविधता में समाहित एकता का अनुभव होगा।

शाम 6:00 से 7:00 बजे – नवरात्र भजन संध्या

प्रत्येक शाम 6:00 बजे से 7:00 बजे तक विशेष ‘भजन संध्या’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश के सुप्रसिद्ध भजन गायक अपनी भावपूर्ण प्रस्तुतियाँ देंगे। यह समय होगा दिनभर के कामों के बाद मानसिक शांति और भक्ति में लीन होने का।

समापन समारोह: 6 अप्रैल को रामनवमी पर विशेष लाइव कार्यक्रम

6 अप्रैल 2025, जो कि रामनवमी का दिन है, को आकाशवाणी आराधना चैनल एक भव्य समापन समारोह का आयोजन करेगा। यह कार्यक्रम होगा अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि मंदिर से सीधा प्रसारण।

समय: सुबह 11:45 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक
स्थान: श्रीराम जन्मभूमि, अयोध्या
माध्यम: आकाशवाणी का आराधना यूट्यूब चैनल (Live)

यह भव्य समापन कार्यक्रम न केवल श्रद्धालुओं को राम जन्मोत्सव से जोड़ता है, बल्कि पूरे नवरात्रि पर्व की आध्यात्मिक यात्रा का पूर्ण विराम भी होता है।

डिजिटल युग में भक्ति की नई परंपरा

इस बार का आयोजन खास है क्योंकि यह पूरी तरह से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म यानी यूट्यूब चैनल ‘आराधना’ के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। यह उन सभी लोगों के लिए उपयुक्त है जो:

  • मंदिरों में नहीं जा सकते
  • अपने व्यस्त जीवन में भी भक्ति का अनुभव करना चाहते हैं
  • परिवार सहित घर पर त्योहार को श्रद्धा के साथ मनाना चाहते हैं

इस विशेष श्रृंखला के उद्देश्य

  1. नवरात्रि पर्व को पूरे देश में एक समान भक्ति के साथ मनाना
  2. भारत की धार्मिक-सांस्कृतिक एकता को डिजिटल माध्यम से फैलाना
  3. श्रद्धालुओं को संपूर्ण नवरात्रि अनुभव घर बैठे प्रदान करना
  4. देवी आराधना और रामभक्ति को जोड़ना, ताकि भक्ति का यह पर्व पूर्ण हो सके

किसे देखना चाहिए यह कार्यक्रम?

  • घर में बुज़ुर्ग माता-पिता, जो भजन-पूजन के शौकीन हैं
  • युवा वर्ग, जो भारतीय संस्कृति और अध्यात्म को करीब से जानना चाहते हैं
  • बच्चे, जिन्हें देवी-देवताओं की कहानियाँ सुनाकर धार्मिक शिक्षा दी जा सकती है
  • देश-विदेश में बसे भारतीय, जो भारत की नवरात्रि परंपरा से जुड़े रहना चाहते हैं

नवरात्रि 2025 का यह भक्ति उत्सव आकाशवाणी आराधना चैनल के ज़रिए केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह भारत की आध्यात्मिक आत्मा का डिजिटल उत्सव है। यह उन सभी के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो भक्ति, संस्कृति और अध्यात्म को अपने जीवन में जगह देना चाहते हैं।

इस नवरात्रि, आप भी जुड़िए आकाशवाणी आराधना चैनल से और मनाइए शुद्ध श्रद्धा और आस्था के साथ यह पर्व।

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