एनआईए कर रही है पहलगाम आतंकी हमले की जांच, साजिश को बेनकाब करने की तैयारी
“22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया था। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या की गई थी। अब इस पहलगाम आतंकी हमले की जांच की जिम्मेदारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी गई है।“
एनआईए प्रमुख का दौरा और जांच का मौजूदा स्वरूप
जांच को और गति देने के लिए एनआईए के महानिदेशक सदानंद दाते खुद पहलगाम पहुंचे हैं। उन्होंने उस स्थल का दौरा किया, जहां पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था।
उनके साथ फोरेंसिक विशेषज्ञों, खुफिया अधिकारियों और एनआईए की विशेष टीमों ने मिलकर घटनास्थल की गहन छानबीन की।
पहलगाम आतंकी हमले की जांच: तकनीकी विश्लेषण और ग्राउंड सर्च
प्रवेश और निकास मार्गों की जांच
एनआईए की टीम इस बात की जांच कर रही है कि:
- आतंकी कहां से पहलगाम में घुसे
- उन्होंने किस रास्ते से हमला किया
- हमले के बाद कहां और कैसे भाग निकले
इस दौरान, इलाके की सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल नेटवर्क लोकेशन, और फॉरेंसिक सबूतों की मदद ली जा रही है।
चश्मदीदों से हो रही पूछताछ
हमले के दौरान मौजूद पर्यटकों के बयान लिए जा रहे
एनआईए की टीम उन सभी चश्मदीदों से पूछताछ कर रही है जो हमले के वक्त पास में मौजूद थे। इनमें से एक अहम चश्मदीद श्रीजीत रमेशन हैं, जिन्होंने दावा किया है कि उनके पास एक वीडियो फुटेज है जिसमें दो संदिग्ध आतंकवादी नजर आते हैं।
उनसे एनआईए ने संपर्क किया है और वे जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं।
बैसरन घाटी बना जांच का केंद्रबिंदु
कई सुराग बैसरन इलाके से जुड़े
यह आतंकी हमला बैसरन घाटी में हुआ था, जिसे कश्मीर के सबसे भयावह हमलों में से एक माना जा रहा है। यह इलाका रणनीतिक दृष्टि से भी चुनौतीपूर्ण है और आतंकियों के लिए छिपने और बच निकलने के रास्ते मौजूद हैं।
एनआईए टीमें इस क्षेत्र में ग्राउंड मッピング, ड्रोन सर्वे और स्थानीय खुफिया इनपुट के आधार पर जांच कर रही हैं।
फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम सक्रिय
साक्ष्यों का वैज्ञानिक परीक्षण जारी
घटनास्थल से जुटाए गए:
- खाली कारतूस
- ब्लड सैंपल
- जूतों और कपड़ों के निशान
- डिजिटल सबूत (जैसे मोबाइल डेटा)
का फोरेंसिक परीक्षण जारी है। इससे हमलावरों की पहचान और उनके नेटवर्क तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की सख्त प्रतिक्रिया
सिंधु जल संधि और पाकिस्तानी नागरिकों पर कार्रवाई
हमले के बाद भारत सरकार ने कई कूटनीतिक और प्रशासनिक कदम उठाए:
- सिंधु जल समझौता को स्थगित किया गया
- भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया
- पाक उच्चायोग की गतिविधियों पर नज़र बढ़ाई गई
इन निर्णयों से यह संदेश स्पष्ट है कि भारत आतंकवाद के विरुद्ध किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करेगा।
पहलगाम आतंकी हमले की जांच में भविष्य के कदम
एनआईए की कार्रवाई और संभावित गिरफ़्तारियाँ
- आने वाले दिनों में कई संभावित संदिग्धों की गिरफ़्तारी हो सकती है
- क्रॉस-बॉर्डर कनेक्शन की पुष्टि के लिए खुफिया एजेंसियां और एनआईए मिलकर काम कर रही हैं
- कॉल रिकॉर्ड, बैंक लेनदेन, और ट्रैवल हिस्ट्री की जांच की जा रही है
एनआईए यह सुनिश्चित करना चाहती है कि इस हमले की पूरी साजिश और उससे जुड़े नेटवर्क को जड़ से समाप्त किया जाए।