निफ्टी बाजार की दिशा: अगले सप्ताह के लिए संभावनाएं और संकेत
“भारतीय इक्विटी बाजार में पिछले सप्ताह थोड़ी सुस्ती देखी गई। निफ्टी 25,000 अंकों के करीब बंद हुआ, लेकिन बाजार के व्यापक संकेतक यह दर्शाते हैं कि आने वाले सप्ताह में तेजी बरकरार रह सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि बाजार की गहराई और तकनीकी सेटअप अभी भी मजबूती की ओर इशारा कर रहे हैं।“
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बनी रही
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में क्रमशः 0.8% और 1% की बढ़ोतरी हुई। यह संकेत करता है कि निवेशक केवल लार्ज-कैप पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि वे बाजार की व्यापकता में भी विश्वास जता रहे हैं। इसका मतलब है कि बाजार में मजबूती व्यापक स्तर पर है, जो दीर्घकालिक तेजी का संकेत हो सकता है।
निफ्टी के तकनीकी चार्ट से तेजी के संकेत
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, निफ्टी ने वीकली चार्ट पर राउंडिंग बॉटम पैटर्न को ब्रेक किया है। इस पैटर्न का समर्थन मजबूत वॉल्यूम से हो रहा है। अल्पकालिक लक्ष्य 28,000 के स्तर पर दिख रहा है, जबकि 26,000 और 27,000 पर प्रतिरोध संभावित हैं। वहीं, नीचे की ओर 24,300 और 24,000 पर मजबूत समर्थन देखा जा रहा है।
गति संकेतक और मूविंग एवरेज भी पक्ष में
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 61.9 पर है और ऊपर की ओर संकेत कर रहा है। यह बाजार की सकारात्मक गति को दर्शाता है। साथ ही, निफ्टी अपने 20, 50, 100 और 200 दिन के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज से ऊपर बना हुआ है, जो एक सशक्त तेजी की पुष्टि करता है।
डेरिवेटिव बाजार का संकेत: अस्थिरता में गिरावट
इंडिया विक्स 23.49% गिरकर 16.55 पर आ गया है, जिससे पता चलता है कि बाजार में डर कम हो रहा है और ट्रेडिंग का माहौल स्थिर बन रहा है। हालांकि, 25,500 और 26,000 पर हेवी कॉल राइटिंग है, जो ऊपरी स्तर पर प्रतिरोध का संकेत देती है। वहीं 25,000 पर मजबूत पुट राइटिंग इसे समर्थन का स्तर बनाती है।
बैंक निफ्टी की स्थिति और संभावनाएं
बैंक निफ्टी 56,000 से नीचे कंसोलिडेट करता नजर आया। हालांकि, यह अपने पिछले ब्रेकआउट स्तरों से ऊपर बना रहा, जो बैंकिंग सेक्टर की मजबूती को दर्शाता है। वीकली चार्ट पर ब्रेकआउट की पुष्टि और कीमत का इस स्तर से ऊपर रहना, आगे की बढ़त की ओर इशारा करता है।
रुपया और डॉलर का समीकरण
भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे मजबूत हुआ और 85.50 पर बंद हुआ। डॉलर इंडेक्स में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से इसे समर्थन मिला।
सेक्टोरल परफॉर्मेंस: रियलिटी, मीडिया और एफएमसीजी चमके
निफ्टी रियलिटी, मीडिया और एफएमसीजी सेक्टर ने बेहतर प्रदर्शन किया। वहीं, आईटी, हेल्थकेयर और मेटल सेक्टर में कमजोरी देखी गई। यह दर्शाता है कि निवेशकों का रुझान उपभोक्ता और सेवाक्षेत्र की ओर अधिक रहा।
अल्पकालिक रणनीति: खरीदारी के अवसर
विशेषज्ञों के अनुसार, निफ्टी अल्पकालिक तेजी में है और 25,207 अगला प्रतिरोध स्तर हो सकता है। यह 76.4% फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर है। नीचे की ओर 24,800 पर मजबूत समर्थन मौजूद है। ऐसे में निवेशकों को 25,000 से ऊपर के स्तर पर खरीदारी के अवसर तलाशने चाहिए, लेकिन जोखिम प्रबंधन के साथ।