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नई सुरक्षा नीति के तहत भारत की जवाबी कार्रवाई: ऑपरेशन सिंदूर बना निर्णायक कदम

भारत ने बुधवार सुबह से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की। यह ऑपरेशन पाकिस्तान के खिलाफ एक निर्णायक सैन्य कदम साबित हुआ, जिसमें आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया। यह भारत की नई सुरक्षा नीति का उदाहरण है, जिसमें देश अब केवल रक्षात्मक नहीं, बल्कि सक्रिय प्रतिरोध की ओर अग्रसर है।

पाकिस्तान की जवाबी कोशिश और भारतीय वायु रक्षा की सफलता

7 मई की रात, पाकिस्तान ने भारत के कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। जम्मू, श्रीनगर, अमृतसर, पठानकोट, लुधियाना, भुज जैसे शहरों को ड्रोन और मिसाइल हमलों से निशाना बनाया गया। हालांकि, भारत की एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम कर दिया।

एस-400 सुदर्शन चक्र: भारत की वायु सुरक्षा की नई रीढ़

भारतीय वायुसेना ने एस-400 सुदर्शन चक्र मिसाइल सिस्टम का सफल उपयोग कर पाकिस्तान की मिसाइलों को लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही नष्ट कर दिया। इस तकनीकी सफलता ने भारत की वायु सुरक्षा प्रणाली को एक नई मजबूती दी है।

जवाबी कार्रवाई में भारत का तीखा प्रहार

भारतीय सशस्त्र बलों ने गुरुवार सुबह पाकिस्तान के वायु रक्षा तंत्र पर हमला किया। लाहौर में स्थित एक वायु रक्षा प्रणाली को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया गया। यह कार्रवाई उसी तीव्रता और सटीकता से की गई, जैसी पाकिस्तान ने दिखाई थी।

ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों के खिलाफ निर्णायक हमला

भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा की गई कार्रवाई में अब तक 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की सूचना है। हालांकि, ऑपरेशन अभी भी जारी है, जिससे सटीक आंकड़ा देना कठिन है। इस जवाबी हमला का मकसद पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेना है।

पाकिस्तान के अंदर और पीओके में आतंकियों के ठिकाने ध्वस्त

ऑपरेशन सिंदूर के तहत जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के नौ शिविरों को निशाना बनाया गया। इनमें से चार शिविर पाकिस्तान के भीतर और पांच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में थे।

पाकिस्तान के भीतर ध्वस्त किए गए आतंकी अड्डों में बहावलपुर, मुरीदके, सरजाल और महमूना जोया शामिल हैं। पीओके में निशाना बनाए गए स्थान थे – भीमबर, कोटली, शवाई नाला कैंप और मुजफ्फराबाद।

सीमा पर भी बढ़ी पाकिस्तानी गोलीबारी, भारत ने दिया जवाब

पाकिस्तान ने कुपवाड़ा, पुंछ, राजौरी और बारामुल्ला जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में भारी मोर्टार और आर्टिलरी का प्रयोग करते हुए फायरिंग की। इसके जवाब में भारत ने भी पूरी तैयारी के साथ जवाबी कार्रवाई की।

भारत की सैन्य नीति में बदलाव का संकेत

ऑपरेशन सिंदूर केवल एक जवाबी कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह भारत की बदलती सैन्य सोच का संकेत है। अब भारत केवल हमलों को झेलने तक सीमित नहीं है, बल्कि आतंक के गढ़ों तक पहुंचकर उन्हें समाप्त करने की रणनीति अपना रहा है।

तकनीकी उन्नति से सशस्त्र बलों की बढ़ी ताकत

एस-400 जैसे रक्षा प्रणालियों और इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस सिस्टम ने भारत को तकनीकी रूप से आगे बढ़ाया है। ड्रोन, मिसाइल और रडार से लैस यह सिस्टम हर हमले को पहले ही पहचानकर उसे निष्क्रिय करने में सक्षम हो चुका है।

दुनिया ने भारत की सुरक्षा शक्ति को पहचाना

भारत के इस ऑपरेशन से पूरी दुनिया को यह संदेश गया है कि देश अब आत्मनिर्भर, सजग और सक्रिय है। संयुक्त राष्ट्र और कई अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विश्लेषकों ने भारत की इस सटीक कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ जरूरी कदम बताया है।

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