पीएम किसान सम्मान निधि के 6 साल पूरे, पीएम मोदी आज जारी करेंगे 19वीं किस्त
“किसानों की आर्थिक मजबूती के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम किसान सम्मान निधि योजना के आज 6 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के किसानों को बधाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संदेश जारी किया।”
पीएम मोदी ने अपने पोस्ट में कहा,
“पीएम किसान के 6 वर्ष पूरे होने पर देशभर के किसान भाई-बहनों को बहुत-बहुत बधाई। यह मेरे लिए बेहद गर्व की बात है कि अब तक किसानों के खातों में लगभग साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये पहुंच चुके हैं। यह योजना किसानों को सम्मान, समृद्धि और नई ताकत दे रही है।”
भागलपुर में आज जारी होगी 19वीं किस्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बिहार के भागलपुर से पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी करेंगे। इस किस्त के तहत 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को करीब 21,500 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी।
इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के कृषि विज्ञान केंद्र बरठीं में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जहां किसान पीएम मोदी के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखेंगे।
किसानों के लिए विशेष आयोजन
बिलासपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 150 किसान भाग लेंगे, जो कृषि उत्पादक संगठनों (FPO) से जुड़े हुए हैं। यहां एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मोटे अनाज और प्राकृतिक उत्पादों के स्टॉल लगेंगे। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य किसानों को जागरूक करना और उन्हें खेती में नये उत्पाद अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
किसानों को मिलेगा लाभ
बिलासपुर के कृषि उपनिदेशक राजेश कुमार ने बताया कि यह आयोजन किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा,
“प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किसानों के लिए ऐतिहासिक अवसर है। किसान यहां प्रदर्शनी देख सकेंगे और खेती से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां भी प्राप्त करेंगे।”
कृषि ज्ञान बढ़ाने के लिए प्रश्नोत्तरी
इस कार्यक्रम के दौरान किसानों के लिए विशेष प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की जाएगी। इसके जरिए उन्हें कृषि से जुड़ी उपयोगी जानकारी और नये कृषि तरीकों के बारे में बताया जाएगा।
पीएम किसान योजना का उद्देश्य
- किसानों को हर वर्ष 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करना।
- कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना और किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करना।
- किसानों की आय को स्थिर करना और उनका जीवनस्तर सुधारना।